सरकार बदलने के बाद भी नहीं होती कोशिश मुलायम सिंह की सरकार जाने के बाद वर्ष 2007 में जब बसपा की सरकार आई तो उस समय अंदाजा था कि जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर असर पड़ेगा लेकिन हुआ नहीं। फिर वर्ष 2012 में सपा की अखिलेश सरकार आई। वर्ष 2017 में भाजपा की सरकार आने के बाद भी एक बार हवा उड़ी की इस बार बदलाव हो जाएगा। योगी आदित्यनाथ की सरकार को 6 महीने सेे अधिक समय हो गया लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा।
कुल हैं 32 सदस्य मैनपुरी जनपद में जिला पंचायत अध्यक्ष समेत कुल 32 जिला पंचायत सदस्य हैं। वर्ष 2007 में सपा की सुमन यादव जिलापंचायत अध्यक्ष थीं। वर्ष 2012 में सपा के ही आशू दिवाकर जिलापंचायत अध्यक्ष रहे और 2017 में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की चचेरी बहन संध्या यादव बनीं। मैनपुरी में कांग्रेस, भाजपा और बसपा का पिछले 20 सालों में कोई न तो अध्यक्ष रहा और ना ही सदस्य।
15 महिलाएं और 17 पुरुष मैनपुरी जिले में जिलापंचायत के कुल 32 सदस्य हैं। इसमें खास बात यह है कि महिला सदस्य ही जिला पंचायत अध्यक्ष हैंं। 32 में 15 महिलाएं और 17 पुरुष सदस्य हैं।