शनिवार को डिंपल यादव ने मैनपुरी के नगला धार में पार्टी के कार्यकर्ताओ के बीच पहुंची। इसके बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं से मंत्रणा की। बाद में 22 जनवरी यानी सोमवार को होने वाले राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर सवाल उठाए और भाजपा की खामियां गिनाईं।
शंकराचार्य द्वारा लगातार प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का विरोध किए जाने पर बोली डिंपल यादव मैंने शंकराचार्य जी का बयान सुना था। उन्होंने कहा है कि मंदिर पूर्ण नहीं है और पूर्ण मंदिर में ही प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होना चाहिए। ऐसा शास्त्रों में लिखा गया है। इसलिए शंकराचार्य लोग इसका विरोध कर रहे हैं। मैंने उनके बयान सुने हैं। अधिवक्ताओं द्वारा EVM हटाए जाने के विरोध पर डिंपल यादव ने कहा कि जितने भी देश हैं विश्व के वह सब वैलेट पेपर से चुनाव कर रहे हैं। मैं समझती हूं हमारे यहां भी वैलेट पेपर से ही चुनाव होने चाहिए।
मैं समझती हूं सरकार को आंकड़े देखने चाहिए जो एनसीआरबी के आंकड़े आए हैं 2022 के कितनी बेटियों के साथ बलात्कार हो रहे हैं कितनी उनकी हत्याएं कर दी जा रही है लगातार हत्याएं हो रही है पूरे प्रदेश में और अगर गांव-गांव जाएंगे कितने कब्जे हो रहे हैं जमीनों पर मैं समझता हूं सरकार को अपना दृष्टिकोण बदलना चाहिए और लोगों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए। वहीं सांसद डिंपल यादव अन्य दलों से गठबंधन और सीटों के बंटवारे को लेकर मीडिया के सवालों से बचती नजर आईं।
-आगरा से प्रमोद कुशवाहा की रिपोर्ट