अखिलेश यादव ने कन्नौज से जीत दर्ज की है, जबकि उनकी पत्नी डिंपल यादव ने मैनपुरी सीट पर जीत दर्ज की हैं। मैनपुरी से डिंपल यादव ने 2,21,639 वोटों के भारी अंतर से जीत दर्ज की है तो अखिलेश यादव ने कन्नौज सीट से 1,70,922 वोटों के अंतर से जीत हासिल की है। यह भी एक अलग तरह का रिकॉर्ड है। लोकसभा की कार्यवाही के दौरान जब दोनों सदन में मौजूद रहेंगे तो सभी की निगाहें उन पर रहेंगी।
पिछली बार भी सदन में थे एक साथ
पिछले लोकसभा चुनाव में दोनों सदस्य रहे, लेकिन साथ निर्वाचित नहीं हुए थे। 2019 के चुनाव में अखिलेश यादव आजमगढ़ से चुनाव लड़कर जीते, जबकि डिंपल कन्नौज से नहीं जीत सकी थीं। हालांकि, सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी सीट पर हुए उप चुनाव को जीतकर डिंपल सदन में पहुंचीं। इसके पहले ही अखिलेश मैनपुरी की ही करहल सीट से विधायक निर्वाचित हो गए थे। नतीजों के बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी निभाने के लिए उन्होंने आजमगढ़ लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे के करीब 10 महीने बाद डिंपल उप चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचीं। इस तरह 17वीं लोकसभा का सदस्य निर्वाचित होकर भी साथ में सदस्य नहीं रहें थे।