Weather Alert: अगले 24 घंटे होगा मौसम खराब
अगले 24 घंटे के दौरान इसके पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ने और धीरे-धीरे उसी क्षेत्र में कम दबाव वाले क्षेत्र में कमजोर होने की संभावना है। पंजाब और आस-पास के इलाकों में औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। इससे प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई। मंगलवार को सुबह में अचानक आसमान पर बादल छा गए। हल्की बूंदाबांदी भी हुई। इससे मौसम में ठंडकता आने के साथ ही मुसीबत भी बढ़ गई है। जिले में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जा रही है।
धान की बंपर आवक है और उठाव काफी धीमा है। कई केंद्रों में एक-दो दिन की खरीदी के लिए जगह बची है। ऐसे में बारिश हुई तो समितियों की मुसीबत बढ़ जाएगी। क्योंकि, क्षमता से अधिक धान की सुरक्षा में समितियों की हालत खराब हो जाएगी।
धान की बंपर आवक है और उठाव काफी धीमा है। कई केंद्रों में एक-दो दिन की खरीदी के लिए जगह बची है। ऐसे में बारिश हुई तो समितियों की मुसीबत बढ़ जाएगी। क्योंकि, क्षमता से अधिक धान की सुरक्षा में समितियों की हालत खराब हो जाएगी।
केंद्रों में स्थिति कई दिनों से खराब
धान खरीदी की शुरुआत से ही धान का उठाव काफी कम हो रहा है। इससे अब उपार्जन केंद्रों में धान रखने के लिए जगह भी कम है। कई केंद्रों में स्थिति कई दिनों से खराब है। धान उठाव की मांग कर रहे हैं।बताया जाता है कि कलेक्टर ने गुरुवार को जिले के सहकारी समिति के शाखा प्रबंधकों की बैठक बुलाई है। बैठक में धान खरीदी के साथ ही उठाव को लेकर चर्चा की जाएगी।
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जिला विपणन अधिकारी टिकेन्द्र राठौर ने बताया कि मौसम को देखते हुए धान की सुरक्षित रखने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बतायाकि सभी उपार्जन केंद्रों में कैप कवर की व्यवस्था भी है। किसी तरह की दिक्कत नहीं है। जिला सहकारी बैंक से मिली जानकारी के अनुसार जिले में अब तक 54 लाख क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। धान का परिवहन सिर्फ 9 लाख क्विंटल का ही हुआ है। जिले के 97 हजार किसान समर्थन मूल्य पर अपनी उपज बेच चुके हैं।बफर लिमिट वाले केंद्रों की संख्या बढ़ी
अब 65 हजार किसानों से धान की खरीदी होनी बाकी है। पिछले कुछ दिनों से ही धान के उठाव में तेजी आ रही है। लेकिन, पर्याप्त उठाव नहीं होने से समितियों को मुश्किलें झेलनी पड़ रही है। बताया जाता है कि अभी जिन केंद्रों में बफर लिमिट से ज्यादा धान जाम है, वहां से पहले धान का उठाव किया जा रहा है। जिला सहकारी समिति संघ के जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू ने बताया कि धान का उठाव नहीं होने से बफर लिमिट वाले केंद्रों की संख्या बढ़ रही है। जगह भी कम पड़ने लगी है।समितियों में नियुक्त अध्यक्षों की जिम्मेदारी
Weather Alert: जिला पंचायत सदस्य एवं किसान नेता जागेश्वर (जुगनू) चन्द्राकर ने बावनकेरा उपार्जन केन्द्र का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि किसानों से नई बोरी में 40.600 किलोग्राम एवं पुरानी बोरी में प्रति बोरी 40.700 किलोग्राम के स्थान पर 40.820 किलोग्राम से 40.900 किलोग्राम तक की तौल किया जा रहा था। इस प्रकार प्रति बोरा 120 से 300 ग्राम तक अधिक तौल पाया गया। जागेश्वर जुगनू चंद्राकर ने किसानों को कहा कि तौल पर नजर बनाए रखें। अधिक तौल हुए किसानों को अतिरिक्त तौल को वापस करने कहा गया। साथ ही कहा कि समितियों में नियुक्त अध्यक्षों की जिम्मेदारी है कि किसानों का हो रहे शोषण पर तुरंत अंकुश लगाएं।