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इधर, वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस महकमे भी हड़कंप मच गया। एसपी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने तुमगांव थाना प्रभारी शरद ताम्रकार और सउनि विजेंद्र चंद्रनिहा के द्वारा लेन-देन करने का वीडियो वायरल होने के मामले की निंदा की और तत्काल प्रभाव से निलंबित कर रक्षित केंद्र महासमुंद में पदस्थ किया। निलंबन अवधि नियमानुसार निर्वाह भत्ता प्रदान किया जाएगा। इधर, निरीक्षक राम अवतार पटेल रक्षित केंद्र महासमुंद को प्रशासनिक दृष्टिकोण से थाना प्रभारी तुमगांव के पद पर आगामी ओदश तक अस्थाई रूप से स्थानांतरित कर पदस्थ किया है।ट्रांसपोर्ट्स ने रखी वीडियो में बात
वायरल वीडियो में रायपुर के ट्रांसपोटर्स ने बताया कि सुबह कोलकाता से फोन आया कि नासिक से कोलकाता माल लेकर गाड़ी जा रही थी। तुमगांव में एक एक्सीडेट हो गया था। चालकों से पता चला कि तुमगांव के पास जाम लगा हुआ था। दो-दो सौ रुपए की फाइन ले रहे थे। वहीं भीड़ में एक कार वाला आया और कार सामने आ गया। जिससे कार को कुछ नुकसान हुआ।
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पुलिस वालों ने ट्रक को उठा लिया और कार वाले ने कहा कि वे किसी जरूरी काम से जा रहे हैं फिर वापस आउंगा। ट्रांसपोर्टर्स ने कहा कि पुलिस वालों ने हमें बुलाया। कार वाला भी बाद में आया। कार को देखने के बाद हमने कहा कि हम आपकी गाड़ी बना देते हैं। मामला यहीं रफा-दफा कर दो। कार वाला समझौते के लिए मान गया। कार वालों ने यह बात पुलिस को भी बताई।फिर थाना परिसर में ही सौदेबाजी
ट्रांसपोर्टर्स व कार चालक के बीच समझौता होने के बाद जब यह बात पुलिस को बताई तो एक ने कहा कि साहब ही गाड़ी छोड़ सकते हैं। इसके कुछ देर बाद एक पुलिसकर्मी ने 10 हजार की मांग की। आखिरकार 5 हजार में सौदा पक्का हुआ। पुलिस का एक अधिकारी ट्रांसपोर्टर्स को सीसीटीवी कैमरे से दूर ले गया, ताकि पैसे लेते हुए कैद न हो सकें। यहीं पर ट्रांसपोर्टर्स ने पुलिस को पैसे दिए। इस पूरे लेन-देन का वीडिया सोशल मीडिया में वायरल हो गया।