एसपी धमेंद्र सिंह (mahasamund sp) ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि जंगल में घटनास्थल पर मृतक का शव छिन्न-भिन्न अवस्था में मिलने पर पुलिस को हत्या की शंका हुई। घटना की जांच के लिए पुलिस की एक टीम का गठन किया गया। टीम ने मृतक की पारिवारिक दिनचर्या के बारे में जानकारी ली। तब पता चला कि मृतक रविशंकर कमलवंशी का पत्नी विद्या के साथ वैवाहिक जीवन कुछ ठीक नहीं चल रहा था। आए दिन किसी ने किसी बात को लेकर झगड़ा होता था। टीम (Police team ) को अपने मुखबिर से यह पता चला कि विद्या कमलवंशी को घटना दिन के पहले किसी व्यक्ति के साथ अमलोर जंगल की ओर जाते देखा।
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CG News : पिता के नक्शेकदम पर बेटा रवि, UPSC की परीक्षा में देश भर में आया दूसरा स्थान मृतक की पत्नी का बयान और घटनास्थल का निरीक्षण के बाद टीम को विद्या कमलवंशी पर शंका हुई। इसके आधार पर विद्या कमलवंशी की हिस्ट्री को खंगाला गया। तभी पुलिस को एक क्लू मिला। पता चला कि विक्रम उर्फ विक्की साहू गिरौदपुरी थाना गिधौरी जिला बलौदाबाजार के साथ विवाह के पूर्व से प्रेम संबंध है। विक्रम उर्फ विक्की साहू को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई तो मृतक की पत्नी के साथ संबंध होने को लेकर पहले ना-नुकुर किया। सख्ती से पूछताछ करने पर वह टूट गया। उसने बताया कि असनीद आईटीआई में विद्या कमलवंशी भी पढ़ाई कर रही थी। दोनों के बीच प्रेम संबंध स्थापित हो गया था। करीब 9 माह पूर्व से विक्रम और विद्या का बातचीत पुन: चालू हो गई। इसी दौरान विद्या कमलवंशी ने विक्रम को बताया कि उसका पति रविशंकर परेशान करता है। मारपीट करता है। वह उससे अलग होना चाहती है। विद्या एवं विक्रम दोनों में प्रेम संबंध था। विद्या का पति होने से शादी करने में परेशानी आ रही थी। विद्या को अपने पति रविशंकर से तलाक लेने पर सम्पत्ति और अपना बच्चे से अलग होने का डर था। इसके कारण पति से तलाक न लेकर उसे रास्ते से हटाने के लिए अपने प्रेमी विक्रम साहू के साथ मिलकर योजना बनाई।
पहले से हत्या की थी प्लानिंग विक्रम साहू अपने दोस्त भास्कर और परी को रविशंकर की हत्या करने की बात बताई। भास्कर पैकरा और परी देवांगन रविशंकर की हत्या में साथ देने को तैयार हो गए। सात सितंबर को विक्रम साहू और भास्कर के साथ मोटरसाइकिल और परमेश्वरी अपने स्कूटी से सिरपुर आ रही थी। तभी रास्ते में परी को अमलोर जंगल दिखा। जहां रविशंकर की हत्या करने के लिए अमलोर पहाड़ी के ऊपर लाने की बात बताई और हत्या करने की प्लानिंग की गई।
इस तरह हत्या को दिया अंजाम चारों कुहरी मोड़ पहुंचे और परी को वहीं छोड़कर उसकी स्कूटी लेकर कुछ दूर आगे जाकर परी और रविशंकर के आने का इंतजार करने लगे। कुछ समय बाद रविशंकर और परमेश्वरी उर्फ परी एक नीले रंग की स्कूटी में सिरपुर की ओर जाते दिखे। उनका पीछा करते हुए विक्रम और भास्कर अमलोर जंगल में पहाड़ी के ऊपर की तरफ गए। विक्रम और भास्कर पहाड़ी के नीचे छिपकर खड़े थे। रविशंकर कमलवंशी स्कूटी क्रमांक सीजी 22 टी 2686 में परी को लेकर पहुंचा। इसी बीच मौका पाकर विक्रम साहू ने रविशंकर के सिर पर चार-पांच बार डंडे से वार किया। उसी समय भास्कर भी वहां पहुंचा और रविशंकर के सिर पर पत्थर से वार कर हत्या कर दी। डंडे को खाई में फेंका और पत्थर को वहीं छोड़ कर अपने-अपने घर चले गए। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त डंडा, बाइक, स्कूटी को बरामद किया। चौकी सिरपुर में धारा 302, 120बी, 201, 34 दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।