अध्यक्षता विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान यूके बरिहा ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में सहायक प्राध्यापक डॉ. झरना साव और एनके जगत मंचासीन थे। बता दें कि भारतीय संसद द्वारा नारी शक्ति वंदन अधिनियम को सर्वसम्मति से पारित किया गया है। इसी परिप्रेक्ष्य में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि डॉ. भोई ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम के प्रासंगिकता के बारे में महत्वपूर्ण बातें बताई और आने वाले समय में इस अधिनियम के माध्यम से महिलाओं को राजनीतिक क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर मिलने की बात कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे यूके बरिहा विभागाध्यक्ष ने कहा कि महाविद्यालय का राजनीति विज्ञान परिषद अपने गौरवपूर्ण इतिहास में अलग महत्व रखता है। भारतीय संसद में कानून बनाने की प्रक्रिया के संबंध में महाविद्यालय में प्राध्यापकों द्वारा छात्र-छात्राओं को जानकारी प्रदान की जाती है। स्नातकोत्तर कक्षा के छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय राजनीति की महत्वपूर्ण घटनाओं और सिद्धांतों को जानने का अवसर प्राप्त होता है।
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कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि डॉ. झरना साव ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम के प्रमुख बिंदुओं पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डालते हुए कहा कि यह अधिनियम महिलाओं की दिशा और दशा को सुधारने वाला अधिनियम है। निकट भविष्य में इस अधिनियम के माध्यम से महिलाएं राजनीतिक क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण स्थान अर्जित करेंगी। महिलाओं को राजनीतिक सत्ता से वंचित कर सामाजिक न्याय की प्राप्ति नहीं की जा सकती। सहायक प्राध्यापक एनके जगत ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम के प्रत्येक बिंदुओं को सारगर्भित तरीके से प्रस्तुत किया। महिला अधिकारों के संघर्ष की ऐतिहासिक बातों को रखकर संविधान सभा में महिलाओं की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। इस अवसर पर राजनीति विज्ञान के परिषद के पदाधिकारी, सदस्य एवं छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित थे। यह भी पढ़ें
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एक तिहाई सीटों में निर्वाचित होने का मिलेगा अवसर देश में आगामी जनगणना और परिसीमन के बाद ही महिला आरक्षण सीटों का निर्धारण लोकसभा, विधानसभा एवं केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में लागू किया जाएगा। इसके बाद महिलाओं को एक तिहाई सीटों में निर्वाचित होने का अवसर मिलेगा। इसमें कानून बनाने के प्रति महिलाओं की सकारात्मक एवं रचनात्मक भूमिका महत्वपूर्ण होगी। राजनीति विज्ञान परिषद के सदस्य नीरज कुमार निषाद, लुकेश्वरी पटेल, झरना पटेल, प्रीति प्रधान ने भी नारी शक्ति वंदन अधिनियम के संबंध में अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संयुक्त संचालन राजनीति विज्ञान परिषद के अध्यक्ष खीरसागर तांडी एवं सीमा नेताम तथा आभार प्रदर्शन सचिव सरिता पटेल ने किया। यह भी पढ़ें
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बलौदा कॉलेज के विद्यार्थियों ने आम पत्ते से कलश को सजाकर निकाली अमृत कलश यात्रा राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई नई दिल्ली के आदेश के परिपालन और डॉ. मालती तिवारी रासेयो जिला संगठक महासमुंद के मार्गदर्शन में डॉ. भीमराव अंबेडकर शासकीय महाविद्यालय बलौदा में रासेयो और रेडक्रॉस विभाग के संयुक्त तत्वावधान में मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत अमृत कलश यात्रा निकाली गई। इस कलश यात्रा के पूर्व महाविद्यालय के छात्रों ने अपने-अपने घरों से मिट्टी लाकर कलश में मिट्टी भरकर श्रीफल और आम्रपत्र से कलश को सजाकर अमृत कलश यात्रा निकाली गई। कार्यक्रम अधिकारी कमला दीवान ने मेरी माटी मेरा देश अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि मेरी माटी मेरा देश देश की स्वतंत्रता और प्रगति की यात्रा की याद दिलाते हुए भारत की मिट्टी और वीरता के एकीकृत उत्सव की कल्पना करता है। अपनी भूमि से जुड़कर और अपने नायकों का सम्मान कर यह कार्यक्रम राष्ट्रीय गौरव की भावना पैदा करेगा और भावी पीढ़ियों को भारत की पोषित विरासत की रक्षा करने के लिए प्रेरित करेगा। देशभर में पंचायत, गांव, ब्लॉक, शहरी स्थानीय निकाय, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कई गतिविधियां और समारोह शामिल हैं। जैसे शिलाफलकम का समर्पण, पंच प्राण प्रतिज्ञा, वसुधा वन्धन, वीरों का वंदन, राष्ट्रगान और अमृत कलश यात्रा। अमृत कलश यात्रा से देश के कोने-कोने से युवा स्वयंसेवक और अन्य लोग पंचायतों, गांवों से मिट्टी इकट्ठा करेंगे और इसे ब्लॉक स्तर पर लाएंगे। मिट्टी को छोटे शहरी निकायों से एकत्र किया जाएगा। बड़े नगर पालिकाओं और शहरी स्थानीय निकायों में लाया जाएगा। मिट्टी कलश में पंचायतों, गांवों, शहरी क्षेत्रों की मिट्टी को राष्ट्रीय राजधानी में ले जाया जाएगा। रेडक्रास प्रभारी रमेश पटेल ने देश के प्रति अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सहायक प्राध्यापक किरण कुमारी, जितेंद्र पटेल, माधुरी प्रधान, ऋतुराज वासुदेव राणा व छात्रों ने अपना योगदान दिया। संचालन गजानंद नायक द्वारा किया गया तथा आभार प्रदर्शन देवेन्द्र यादव द्वारा किया गया।