ज्यादातर बच्चों का आधार कार्ड नहीं बना है और बायोमेट्रिक भी नहीं हुआ है। जिन बच्चों का बायोमेट्रिक हो गया है, उनके फिंगर प्रिंट स्कैन के दौरान समस्या आ रही है। ई-पॉश मशीन में बायोमेट्रिक सत्यापन नहीं हो रहा है। इससे राशन कार्डधारियों को परेशानी हो रही है।
यह भी पढ़ें: ITI Notification : इस डेट में जारी होगी मेरिट लिस्ट….. तैयार रखें यह दस्तावेज जिले में कुल 593 शासकीय उचित मूल्य की दुकानें संचालित हैं। इन दुकानों में कुल 3 लाख 16 हजार 792 राशनकार्ड प्रचलित है। प्रचलित राशनकार्ड के सदस्य के रूप में दर्ज 11, 08,750 हितग्राहियों की ई-केवाईसी जरूरी है। राशनकार्ड में हितग्राहियों के आधार की जानकारी गलत दर्ज होने और आधार की जानकारी प्रमाणीकृत नहीं होने के कारण खाद्यान्न वितरण में समस्या आती है। विभागीय डेटाबेस में जिन हितग्राहियों के आधार दर्ज है, उनके आधार की जानकारी का प्रमाणीकरण ई-केवाईसी के माध्यम से किया जाना अनिवार्य है।
यह भी पढ़ें: PRSU Exam Update: एमएससी चतुर्थ सेमेस्टर परीक्षा की समयसारिणी बदली, जानें कब होगी परीक्षाएं पूर्व में जब राशन कार्ड बना था, तब कई बच्चे पांच वर्ष से कम उम्र के थे। अब कई बच्चे बड़े हो चुके हैं। ऐसे में उनको अपना आधार अपडेट कराना पड़ेगा। राशनकार्डधारी 30 जून 2023 के पूर्व अपने एवं राशनकार्ड में दर्ज सभी सदस्यों के आधार नंबर की अलग-अलग प्रविष्टि एवं फिंगरप्रिंट स्कैन कराना है। सहायक खाद्य अधिकारी संजय शर्मा ने बताया कि बच्चों के संबंध में अभी कोई गाइडलाइन नहीं आई है। ई-केवाईसी के दौरान समस्या आ रही है। कई बच्चों के आधार में बायोमेट्रिक नहीं हुआ है।
जानकारी के मुताबिक ई-केवाईसी नहीं करने पर एक जुलाई राशन मिलने में समस्या आ सकती है। राशन दुकानों में चावल, शक्कर, नमक का आवंटन सदस्यों के हिसाब से होता है। कई बार राशन कार्ड में दर्ज किसी सदस्य की मृत्यु हो जाने पर उसका नाम कार्ड से नहीं कटवाते हैं। ऐसे में ई-केवाईसी होने के बाद राशन में कटौती भी हो सकती है।
यह भी पढ़ें: कैंसर सर्वाईवर डे : कैंसर से लड़ते-लड़ते हो गया था कोविड, फिर भी नहीं हारी हिम्मत, अब दूसरों को करते है प्रेरित बुजुर्गों के फिंगरप्रिंट स्कैन में दिक्कत कई बुजुर्गों के अंगूठे घिस गए हैं। इस कारण स्कैन के दौरान दिक्कत आ रही है। दूर-दराज से राशन दुकान पहुंचने वालों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। राशन कार्डधारियों को ई-केवाईसी कराना अनिवार्य है। ऐसे राशनकार्डधारी जिनके बच्चे अब पांच साल से बड़े हो गए हैं।
यह भी पढ़ें: कांग्रेस विधायक का वीडियो वायरल, भाजपा ने कहा अब ये नौबत आ गई वे आधार अपडेट कराने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर पहुंच रहे हैं। आधार अपडेट कराने के लिए भी लोगों को अब कतार लग रही है। आयुष्मान कार्ड बनाने के दौरान भी यह समस्या आई थी। जिसके बाद बच्चों के आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए अलग से व्यवस्था की गई। जिले में संचालित शासकीय उचित मूलय दुकानों में ई-पॉश उपकरण में ई-केवाइसी की सुविधा उपलब्ध है। यह नि:शुल्क है।