अपचारी बालकों के फरार होने की घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस उनकी खोजबीन में जुट गई है। चारों अपचारी बालकों में 2 चोरी, एक
रेप और एक गांजा तस्करी के मामले में बाल संप्रेक्षण गृह में थे। दो गरियाबंद, एक बलौदाबाजार और एक सरायपाली
महासमुंद के निवासी हैं। मिली जानकारी के अनुसार घटना शुक्रवार की सुबह पांच बजे के आस-पास की है। अपचारी बालकों के फरार होने के बाद कर्मचारियों ने इसकी अधीक्षक को जानकारी दी। अधीक्षक ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। घटना के बाद एसडीएम, नायब तहसीलदार और महिला और बाल विकास अधिकारी मौके पर पहुंचे।
पूर्व में भी बाल संप्रेक्षण गृह से अपचारी बालक फरार हो चुके हैं। वर्तमान में बाल संप्रेक्षण गृह में कुल 28 अपचारी बालक हैं। 12 मई 2021 को चार अपचारी बालक, 15 अक्टूबर 2021 को 9 और 22 जून 2022 को तीन अपचारी बालक फरार हुए थे। इन सभी मामलों में दीवार फांदकर ही बालक भागे थे। एसडीओपी मंजूलता ने बताया कि विधि संघर्षरत बालकों की तलाश की जा रही है। एक नगर सैनिक और एक अटेंडेंट से मारपीट कर भागे हैं।
सुरक्षा में फिर सेंध
बाल संप्रेक्षण गृह की सुरक्षा में फिर से चूक हुई है। यहां बच्चे सुधरने की बजाय फिर अपराध कर रहे हैं। यह पहला मामला नहीं है। लगातार बच्चों के फरार होने के मामले सामने आ रहे हैं। बाल संप्रेक्षण गृह में बालकों को रखने का उद्देश्य बालक के व्यवहार में सुधार करना है, जिसकी समय-समय पर काउंसिलिंग भी की जाती है। सुरक्षा के इंतजाम बेहतर करने की जरूरत है।
Mahasamund News: पहले भी भाग चुके हैं अपचारी बालक
पूर्व में भी कई बार अपचारी बालक शासकीय बाल संप्रेक्षण गृह से फरार हो चुके हैं। इस कारण बाल संप्रेक्षण गृह के बाउंड्रीवॉल की ऊंचाई बढ़ाई गई थी। दीवार पर कंटीले तार और सीसीटीवी भी लगे हुए हैं। दीवार की ऊंचाई बढ़ाने के बाद अपचारी बालकों को दीवार फांदना आसान नहीं था। इस बार मारपीट व चाबी छीनकर अपचारी बालक फरार हुए हैं। अब तक केवल दीवार से कूदने के मामले ही सामने आ रहे थे।