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CG Railway Station: 2025 में बदल सकती है तस्वीर
CG Railway Station: रेलवे स्टेशन के इंट्री प्वाइंट को भी बदला जा रहा है और प्लेटफार्म की ऊंचाई भी बढ़ाई जा रही है। रेलवे स्टेशन को आधुनिक लुक दिया जाएगा और सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। 2024 में ही वर्चुअल कार्यक्रम में पीएम नरेद्र मोदी ने इसका भूमिपूजन किया था। इसके बाद भी निर्माण कार्य में तेजी आई है। रेलवे स्टेशन के साथ-साथ रोड ओवरब्रिज बनाया जाना भी प्रस्तावित है। जिसका कार्य अब तक प्रारंभ नहीं हुआ है। जबकि, रोड ओवरब्रिज का भी भूमिपूजन किया जा चुका है। भूमिपूजन के बाद निर्माण कार्य का अता-पता नहीं है। दोपहिया वाहनों की आवाजाही के लिए रोड ओवरब्रिज निर्माण कार्य प्रस्तावित है। रेलवे के अधिकारी रमेश बाबू ने बताया कि रोड ओवरब्रिज के लिए डिजायन तैयार किया जा रहा है। फाइनल होते ही कार्य प्रारंभ होगा। इसके लिए प्रक्रिया चल रही है।
मिलेंगीं ये सारी सुविधाएँ
वहीं अन्य कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। इधर, मेडिकल कॉलेज के नए भवन का निर्माण कार्य जारी है। हालांकि, इसे पूरी तरह से तैयार होने में लगभग डेढ़ साल का समय और लगेगा। 322.85 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य किया जा रहा है। भवन अब आकार लेने लगा है। जिसे शहर के नेशनल हाइवे रायपुर रोड खरोरा शहीद स्मारक से भी देखा जा सकता है। मेडिकल कॉलेज के पूर्ण होने के बाद शहर के विकास की तस्वीर बदल जाएगी। बेलसोंडा में ओवरब्रिज का निर्माण किया जाना है। जिसके लिए बोन खनन व अन्य कार्य प्रारंभ हो चुका है। पेड़ों की शिटिंग हो चुकी है। विद्युत पोलों की शिटिंग होना शेष है। ओवरब्रिज का निर्माण कार्य 58 करोड़ की लागत से किया जाना है। ओवरब्रिज बन जाने से रायपुर जाने के लिए किसी जाम में नहीं फंसना पड़ेगा।
निर्माण कार्य लागत
रेलवे स्टेशन आधुनिकीकरण 16 करोड़ रोड ओवरब्रिज 6 करोड़ सिंथेटिक ऐथलेटिक ट्रैक 8 करोड़ ओवरब्रिज 58 करोड़ गौरवपथ 18 करोड़ मेडिकल कॉलेज 322 करोड़ कागज में गौरव पथसिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक
शहर के मुख्यमार्ग बरोंडाचौक से गुरुगोविंद सिंह उद्यान तक गौरवपथ का निर्माण कार्य प्रस्तावित है। जिसके लिए भी अब तक सौगात नहीं मिल पाई है। 18 करोड़ की लागत से सड़क निर्माण कार्य प्रस्तावित है। पूर्व में सड़क बहनी तक बनाई जानी थी। स्वीकृति नहीं मिलने की बात कही जा रही है। आठ करोड़ की लागत से सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक पर भी कार्य जारी है। कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है। 2024 में ही इसकी सौगात मिलनी थी, लेकिन इसकी सौगात भी 2025 में ही खिलाड़ियों को मिलेगी। ट्रैक पर कार्य पूर्ण होने के बाद बीच के मैदान पर भी कार्य किया जाना है।