पत्रिका रक्षा कवच के तहत मंगलवार को कॉलेज में आयोजित जागरुकता सेमिनार में स्टूडेंट्स और कॉलेज स्टॉफ ने शपथ ली कि वे अपने परिवार और पड़ोसियों को मिलाकर कुल 5 लोगों को साइबर ठगी के बारे में जानकारी देंगे।
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Patrika Raksha Kavach Abhiyaan: इनसे कहेंगे कि वे इस जानकारी को आगे 10-10 लोगों तक पहुंचाएं। इस तरह चेन बनाकर लोगों को जागरूक करने की मुहिम कॉलेज परिसर में शुरू की गई। यहां एएसपी प्रतिभा पांडेय बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद थीं। उन्होंने ही स्टूडेंट्स को खुद अवेयर होने के साथ औरों को भी जागरूक करने के लिए प्रेरित किया। गौरतलब है कि साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों पर जनसमुदाय को अलर्ट करने पत्रिका रक्षा कवच अभियान चला रहा है। इसी कड़ी में महासमुंद के शासकीय माता कर्मा कन्या कॉलेज में साइबर क्राइम को लेकर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें सोशल मीडिया का इस्तेमाल संभलकर करने की सलाह दी गई। मुख्य अतिथि पत्रिका रायपुर के स्थानीय संपादक प्रदीप जोशी थे।
विशिष्ट अतिथि एएसपी प्रतिभा पांडेय थीं। इस मौके पर मंच पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शीलभ्रद कुमार, साइबर सेल के प्रभारी संतोष सिंह व डॉ. सरस्वती वर्मा उपस्थित थे। अतिथियों के स्वागत के बाद प्राचार्य डॉ. शीलभद्र कुमार ने कहा, पत्रिका समूह का रक्षा कवच अभियान साइबर अटैक से बचाने में काफी मदद करेगा। सोशल मीडिया से सुविधा मिल रही है, लेकिन सतर्कता जरूरी है। साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों को देखते हुए सावधान रहें। कार्यक्रम में डॉ. मनोज शर्मा के साथ प्राध्यापकों और छात्राओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
साइबर फ्रॉड अब नए तरीकों से इन्हें समझना भी जरूरी: प्रतिभा
विशिष्ट अतिथि एएसपी प्रतिभा पांडेय ने कहा, मुझे खुशी हो रही है कि पुलिस के अलावा पत्रिका समूह भी साइबर क्राइम को लेकर लोगों को सतर्क करने अभियान चला रहा है। उन्होंने छात्राओं से कहा कि आप लोग साइबर दोस्त बनिए। खुद के साथ दूसरों को भी जागरूक करिए। यह तय कर लें कि आप 5 लोगों को और जागरूक करेंगे। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के दो पहलू हैं। एक गलत और एक सही। गलत उपयोग करते हैं तो धोखाधड़ी के शिकार हो जाएंगे। सतर्कता से ही धोखाधड़ी से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर सोशल मीडिया पर फ्रेंड रिक्वेस्ट आए, तो पहले उसकी मंशा को समझिए। इसके बाद ही फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करें। क्योंकि पहले खुद की सुरक्षा है। उन्होंने कहा कि अननोन लिंक से बचें। झांसे में न आएं।
सोशल मीडिया में जॉब ऑफर किए जाते हैं। इसे पहले वेरिफाई करें। इसके बाद ही चाही गई जानकारी भेजें। आज-कल मॉडलिंग के ऑफर आने लगे हैं। इसकी पूरी जानकारी लेने के साथ ही आगे कदम बढ़ाएं। इसके अलावा आज-कल इन्विटेशन कार्ड भी अननोन नंबर या लिंक से मिल रहे हैं। लिंक पर क्लिक करने से आपका पूरा डेटा हैक हो जाएगा। ठगी होने पर 1930 पर कॉल कर सकते हैं।
मोबाइल स्मार्ट, तो आपको भी स्मार्ट होना पड़ेगा: जोशी
पत्रिका रायपुर के स्थानीय संपादक प्रदीप जोशी ने कहा, पत्रिका समूह पूरे देश में साइबर क्राइम को लेकर लोगों को जागरूक कर रहा है। आपका मोबाइल स्मार्ट है, तो आपको भी स्मार्ट बनना पड़ेगा। ऑनलाइन इन्विटेशन स्वीकार करते समय विशेष ध्यान दें। कई बार मोबाइल पर आए लिंक को टच करते ही सारा डेटा चला जाता है। साइबर ठगों ने जाल बिछा रखा है। खुद को जागरूक रखना जरूरी है। साइबर सेल प्रभारी संतोष सिंह ने कहा, मोबाइल आज जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। सुबह सोकर उठते हैं तो मोबाइल। रात में नींद आने पर ही मोबाइल छोड़ते हैं। मोबाइल भी एक डिजिटल घर है। इसका इस्तेमाल संभलकर करें। खासकर फ्री वाई-फाई इस्तेमाल पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने डिजिटल अरेस्ट, शेयर मार्केट में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी के बारे में भी जानकारी दी।
उन्होंने कहा, पासवर्ड, पिन कोड किसी को न दें। गलत लिंक टच नहीं करना है। फेसबुक में जिनको नहीं जानते हैं, उन्हें अनफ्रेंड करें। उन्होंने कहा कि आज-कल जॉब से संबंधित मैसेज आ रहे हैं। बिना जांच-पड़ताल किए अपना बॉयोडाटा या अन्य जानकारी शेयर न करें।