कोविड-19 से मृत्यु के साक्ष्य में एंटीजन व आरटी-पीसीआर की पॉजिटिव रिपोर्ट, सिटी स्कैन व ब्लड रिपोर्ट में इंफेक्शन होना माना जाएगा। कुछ परिस्थितियों में जांच रिपोर्ट अगर निगेटिव भी है तो पोस्ट कोविड कॉम्पलीकेशन की वजह से मौत हो सकती है। इस तरह की मौत पर भी सरकार ने मृतक आश्रितों को 30 लाख रुफए का मुआवजा देगी।
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1000-1200 हो सकता मृतकों का आंकड़ा
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव व मतगणना संबंधी ड्यूटी के दौरान बड़ी संख्या में शिक्षक-कर्मचारी कोरोना की चपेट में आये थे। इनमें से कई कर्मियों की मौत भी हो गई थी। पंचायतीराज विभाग ने जिलों से आ रही रिपोर्ट के आधार पर चुनाव ड्यूटी के दौरान 1000 से 1200 कर्मियों की मौत का अनुमान लगाया है। योगी कैबिनेट ने मुआवजे की अनुमानित रकम 350 करोड़ के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।