सूत्रों की मानें तो भाजपा पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद को शाहजहांपुर या धौरहरा, एमएसएमई मंत्री राकेश सचान को फतेहपुर, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह को रायबरेली से लड़ाए जाने की चर्चा है। वहीं भाजपा कुछ मौजूदा सांसदों के टिकट काटकर नए चेहरों को मौका देने पर विचार कर रही है।
भाजपा इस बार लोकसभा चुनाव में 75 वर्ष की आयु पूरी कर चुके सांसदों को टिकट नहीं देना चाहती है। 2024 में जिन सांसदों का टिकट कट सकता है उनमें कानपुर के सांसद सत्यदेव पचौरी, देवरिया के सांसद रमापति राम त्रिपाठी, बरेली के सांसद संतोष गंगवार, मथुरा की सांसद हेमा मालिनी, प्रयागराज की सांसद रीता बहुगुणा जोशी का नाम शामिल है।
लोकसभा में पार्टी पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी का भी टिकट काटने पर विचार कर रही है। इसके पीछे कारण माना जा रहा है कि वरुण पार्टी में सक्रिय न होने के साथ ही बार-बार अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते है। हाल में ही हुए निकाय चुनाव में उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ अपना प्रत्याशी उतार दिया।
पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव में पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, देवरिया के विधायक शलभमणि त्रिपाठी, मथुरा से विधायक व पूर्व मंत्री श्रीकांत शर्मा, सरोजनी नगर से विधायक राजेश्वर सिंह, मांठ से विधायक राजेश चौधरी को भी लोकसभा चुनाव लड़ा सकती है।
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पार्टी का संसदीय बोर्ड करेगा फैसलाभाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि लोकसभा चुनाव में मंत्रियों को भी चुनाव लड़ाया जा सकता है। लेकिन इसका निर्णय पार्टी का संसदीय बोर्ड करेगा। उन्होंने कहा कि कुछ सांसदों के टिकट काटे जाएंगे तो कुछ नए चेहरों को मौका भी मिलेगा।