मुख्य बातें
900 मेगावाट के सोलर पैनल: जल जीवन मिशन के तहत राज्य में 900 मेगावाट की क्षमता के सोलर पैनल लगाए गए हैं। 13 लाख मीट्रिक टन CO2 में कमी: हर साल सौर ऊर्जा के उपयोग से पर्यावरण में 13 लाख मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन कम होगा। 1 लाख करोड़ रुपये की बचत: सौर ऊर्जा आधारित योजनाओं से योजना काल में सरकार को 1 लाख करोड़ रुपये की बचत होगी। ग्रीन स्टेट का लक्ष्य: योगी सरकार का उद्देश्य उत्तर प्रदेश को एक ग्रीन स्टेट के रूप में विकसित करना है।
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जल जीवन मिशन और सौर ऊर्जा का सामंजस्य
उत्तर प्रदेश में जल जीवन मिशन के तहत कुल 40,951 योजनाएं संचालित हो रही हैं। इनमें से 33,229 योजनाएं सौर ऊर्जा पर आधारित हैं। ये योजनाएं सौर ऊर्जा से संचालित होने के कारण न केवल पर्यावरण के अनुकूल हैं, बल्कि उनकी संचालन लागत भी कम है।फेज-1 योजनाएं
सतही भूजल स्रोत आधारित: 204 योजनाएं। विद्युत आधारित भूजल: 7,504 योजनाएं।फेज-4 योजनाएं
सतही स्रोत आधारित: 14 योजनाएं।सौर ऊर्जा आधारित योजनाएं
सौर ऊर्जा पर आधारित: 33,229 योजनाएं।पर्यावरण संरक्षण की दिशा में ऐतिहासिक कदम
योगी सरकार ने सौर ऊर्जा के उपयोग से पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता दी है। इन योजनाओं से: प्रतिवर्ष 13 लाख मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन कम होगा। अगले 30 वर्षों में 390 लाख कार्बन क्रेडिट अर्जित किए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
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सौर ऊर्जा आधारित योजनाओं के लाभ
1. ऊर्जा की लागत में कमी
सौर ऊर्जा के उपयोग से बिजली की लागत में भारी कमी आ रही है। पारंपरिक बिजली पर निर्भरता घटने से सरकारी संसाधनों की बचत हो रही है।2. पर्यावरणीय सुधार
हर साल लाखों टन CO2 उत्सर्जन कम करके यह पहल पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा दे रही है।3. ग्रामीण विकास
सौर ऊर्जा आधारित योजनाओं से ग्रामीण क्षेत्रों में जल आपूर्ति सुनिश्चित हो रही है, जिससे उनकी जीवन गुणवत्ता में सुधार हो रहा है।4. रोजगार सृजन
सौर ऊर्जा परियोजनाओं ने स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा किए हैं। यह भी पढ़ें
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केंद्र सरकार ने योगी मॉडल को सराहा
केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार की इस पहल को “बेस्ट प्रैक्टिसेज” के रूप में मान्यता दी है। यह मॉडल अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गया है।ग्रीन स्टेट बनने की ओर अग्रसर उत्तर प्रदेश
सौर ऊर्जा का व्यापक उपयोग करके उत्तर प्रदेश “ग्रीन स्टेट” बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य ने अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में एक मिसाल कायम की है।सीएम योगी का बयान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा:”हमारे प्रयास पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा की बचत को लेकर हैं। सौर ऊर्जा से संचालित जल जीवन मिशन न केवल ऊर्जा की खपत को कम करेगा, बल्कि पर्यावरण को भी संरक्षित करेगा। यह पहल उत्तर प्रदेश को ग्रीन स्टेट बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।” यह भी पढ़ें