यूपी के कई जिले प्रभावित
उत्तराखंड में यमुना का जल स्तर गिरने से लोग चिंतित हैं। पश्चिमी यमुना नहर हरियाणा के कई जिलों की सिंचाई करती है। पश्चिमी यमुना नहर के रास्ते हथनीकुंड बैराज का यह पानी हरियाणा होते हुए दिल्ली पहुंचता है। पूर्वी यमुना नहर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, शामली, मेरठ, मुजफ्फरनगर और बागपत में सिंचाई करते हुए दिल्ली पहुंचती है। जल स्तर गिरने से यूपी के इन जिलों में भी असर पड़ रहा है। पर्याप्त बारिश नहीं होने पर परेशानियां और बढ़ने की संभावना जताई जा रही हैं। ये भी पढ़ें-
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यमुना का जलस्तर कम होने से छिबरो, खोदरी, ढकरानी, ढालीपुर, कुल्हाल और व्यासी विद्युत प्रोजेक्ट में बिजली उत्पादन गिरा है। यमुना से जल विद्युत परियोजनाओं को मिलने वाला पानी दिसंबर महीने में पिछले सालों में अधिकतम 115.36 क्यूमेक्स रहा। यह आंकड़ा दिसंबर 2024 में गिरकर 93.93 क्यूमेक्स पहुंच गया है। यमुना में 21.43 क्यूमेक्स पानी कम हुआ है।सर्दियों में पहले ही बिजली उत्पादन कम हो जाता है। पीक सीजन में यूजेवीएनएल का कुल बिजली उत्पादन प्रतिदिन 26 मिलियन यूनिट तक पहुंच जाता है। यह सर्दियों में सामान्य तौर पर 13 एमयू तक पहुंच जाता था। इस बार उत्पादन 8.67 एमयू रह गया है। इससे हर दिन करीब 4.3 एमयू बिजली का नुकसान हो रहा है।