ये भी पढ़ें- सीएम योगी ने कोरोना वैक्सीनेशन महाअभियान किया शुरू, 12 साल से कम उम्र वाले बच्चों के अभिभावकों के लिए खास व्यवस्था सबसे लंबे साइकिल ट्रैक की स्थिति जर्जर-
इटावा से आगरा तक 207 किलोमीटर लंबा साइकिल ट्रैक उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट था। इस पर 133 करोड़ रुपये की लागत आई थी। लेकिन पूरी तरह से उपेक्षा और विफलता ने इसे जर्जर स्थिति में ला दिया है। बर्बाद हो चुके साइकिल ट्रैक फिटनेस प्रेमियों को भी आकर्षित नहीं करते हैं। कंक्रीट से बने इन साइकिल ट्रैक को वास्तव में कभी संरक्षण भी नहीं मिला। साइकिल के शौकीन प्रमोद कटारा का कहना है कि साइकिल ट्रैक के कई हिस्सों का इस्तेमाल ग्रामीण गाय के गोबर के उपले सुखाने के लिए या कपड़े धोने के लिए कर रहे हैं।
इटावा से आगरा तक 207 किलोमीटर लंबा साइकिल ट्रैक उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट था। इस पर 133 करोड़ रुपये की लागत आई थी। लेकिन पूरी तरह से उपेक्षा और विफलता ने इसे जर्जर स्थिति में ला दिया है। बर्बाद हो चुके साइकिल ट्रैक फिटनेस प्रेमियों को भी आकर्षित नहीं करते हैं। कंक्रीट से बने इन साइकिल ट्रैक को वास्तव में कभी संरक्षण भी नहीं मिला। साइकिल के शौकीन प्रमोद कटारा का कहना है कि साइकिल ट्रैक के कई हिस्सों का इस्तेमाल ग्रामीण गाय के गोबर के उपले सुखाने के लिए या कपड़े धोने के लिए कर रहे हैं।
ये भी पढ़ें- कोरोना काल में अनाथों के नाथ बने सीएम योगी, भरण पोषण, पढ़ाई व आर्थिक सहायता की जिम्मेदारी उठाएगी योगी सरकार सिक्स लेन रोड के लिए साइकिल ट्रैक को तोड़ दिया गया-
आगरा में खूबसूरत साइकिल ट्रैक को तोड़ दिया गया। दरअसल खेरिया हवाई अड्डे को ताजमहल से जोड़ने वाली छह लेन वाली फतेहाबाद रोड के लिए रास्ता तैयार करना था, इसके मद्देनजर इसे हटा दिया गया। शहर के माल रोड के साथ साइट पर एक ठेकेदार ने कहा कि चूंकि सड़क के इस खंड का उपयोग अक्सर वीआईपी और विदेशी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया जाता है, इसलिए इसे चौड़ा करने की योजना लंबे समय से पाइप लाइन में थी।
आगरा में खूबसूरत साइकिल ट्रैक को तोड़ दिया गया। दरअसल खेरिया हवाई अड्डे को ताजमहल से जोड़ने वाली छह लेन वाली फतेहाबाद रोड के लिए रास्ता तैयार करना था, इसके मद्देनजर इसे हटा दिया गया। शहर के माल रोड के साथ साइट पर एक ठेकेदार ने कहा कि चूंकि सड़क के इस खंड का उपयोग अक्सर वीआईपी और विदेशी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया जाता है, इसलिए इसे चौड़ा करने की योजना लंबे समय से पाइप लाइन में थी।
लखनऊ में भी हैं अतिक्रमण-
लखनऊ के हजरतगंज के साथ-साथ कई क्षेत्रों में साइकिल ट्रैक को अवैध पार्किंग क्षेत्र में बदल दिया गया है। कुछ वीआईपी क्षेत्रों जैसे गोल्फ क्लब, कालिदास मार्ग और विक्रमादित्य मार्ग पर ट्रैक अतिक्रमणकारियों ने कब्जा कर रखा है। इन साइकिल ट्रैकों से पहले से ही संकरी सड़कें और सिकुड़ गई हैं। अधिकांश साइकिल चालक अभी भी विभिन्न कारणों से आने-जाने के लिए मुख्य सड़कों का उपयोग करते हैं। साइकिल ट्रैक पर वाहनों का पार्क होना, स्ट्रीट वेंडर्स का ट्रैक को उपयोग करना, लोगों के इन पर सोने के कारण कई साइकलिस्ट इन पथों का इस्तेमाल नहीं कर पाते।
लखनऊ के हजरतगंज के साथ-साथ कई क्षेत्रों में साइकिल ट्रैक को अवैध पार्किंग क्षेत्र में बदल दिया गया है। कुछ वीआईपी क्षेत्रों जैसे गोल्फ क्लब, कालिदास मार्ग और विक्रमादित्य मार्ग पर ट्रैक अतिक्रमणकारियों ने कब्जा कर रखा है। इन साइकिल ट्रैकों से पहले से ही संकरी सड़कें और सिकुड़ गई हैं। अधिकांश साइकिल चालक अभी भी विभिन्न कारणों से आने-जाने के लिए मुख्य सड़कों का उपयोग करते हैं। साइकिल ट्रैक पर वाहनों का पार्क होना, स्ट्रीट वेंडर्स का ट्रैक को उपयोग करना, लोगों के इन पर सोने के कारण कई साइकलिस्ट इन पथों का इस्तेमाल नहीं कर पाते।