राजा भैया के बेहद करीबी माने जाने वाले विधायक विनोद सरोज ने कहा कि 25 सालों के राजनीतिक करियर में राजा भैया ने अपने जिले का ही नहीं, बल्कि प्रदेश भर के युवाओं का उत्साह वर्धन किया है। सूबे में नौजवान, बेरोजगार, किसान और सर्व समाज के लोग राजा भैया की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं। सभी को राजा भैया के अगले कदम का इंतजार है।
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30 नवंबर को लखनऊ में ‘दम’ दिखाएंगे राजा भैया
इस तरह राजा भैया ने तय की नई पार्टी की राहविधायक सरोज ने बताया कि जनमानस की भावनाओं को जानने के लिये राजा भैया की ओर से सोशल मीडिया पर मुहिम चलाई गई, जिससे मिले सुझावों में करीब 80 फीसदी लोगों ने उन्हें नया राजनैतिक दल बनाने का सुझाव दिया। इसी के बाद से जनभावनाओं का सम्मान करते हुए राजा भैया के मार्गदर्शन में नई पार्टी के गठन की प्रक्रिया चल रही है। बीते दिनों राजा भैया की ओर से चुनाव आयोग में नई पार्टी के गठन के लिये आवेदन किया गया है।
राजा भैया की राजनीति के 25 वर्ष
1993 से सियासी सफर शुरू करने वाले राजा भैया के राजनीति में 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इस उपलक्ष्य में समर्थक 30 नवंबर को राजधानी लखनऊ में रजत जयंती समारोह मनाने जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो इस दिन राजा भैया अपनी नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं, जिसमें कई दलों के बड़े दिग्गज नेता उनकी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। रजत जयंती समारोह की तैयारियों के लिये एक समिति का गठन किया गया है, जिसके अध्यक्ष विधायक विनोद कुमार सरोज हैं।
1993 से सियासी सफर शुरू करने वाले राजा भैया के राजनीति में 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इस उपलक्ष्य में समर्थक 30 नवंबर को राजधानी लखनऊ में रजत जयंती समारोह मनाने जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो इस दिन राजा भैया अपनी नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं, जिसमें कई दलों के बड़े दिग्गज नेता उनकी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। रजत जयंती समारोह की तैयारियों के लिये एक समिति का गठन किया गया है, जिसके अध्यक्ष विधायक विनोद कुमार सरोज हैं।
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