अक्टूबर में उत्तर प्रदेश की 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे, जिनमें पहली बार बहुजन समाज पार्टी ने किस्मत आजमाई थी। बीते लोकसभा चुनाव में 10 सांसद जीतने वाली बहुजन समाज पार्टी ने सपा को कमजोर कहते हुए गठबंधन तोड़ दिया था। उपचुनाव में पार्टी को करिश्माई प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन बसपा एक भी सीट नहीं जीत पाई, जबकि सपा ने 11 में से न केवल तीन सीटें जीतीं, बल्कि बसपा की प्रमुख सीट जलालपुर पर भी साइकिल दौड़ी दी। हालांकि, महज उपचुनाव के नतीजों से भले ही किसी पार्टी का आंकलन नहीं किया जा सकता है, लेकिन चुनाव परिणाम ने बसपा में जरूर उथल-पुथल मचा दी है।