चीन ने असलहे के नाम पर एक पाउडर तैयार किया था। इससे के इस्तेमाल से ही बड़े बड़े असलहे तैयार कर दिया। पाउडर का आविष्कार करने के बाद, इन आविष्कारों को बाद में मध्य पूर्व, अफ्रीका और यूरोप में प्रसारित किया गया था। बड़ी-बड़ी तोप मिसाइलों में आज भी इसी पाउडर का इस्तेमाल होता है।
यह भी पढ़े –
शस्त्रों के हैं शौकीन तो माउजर, पिस्टल और रिवॉल्वर में समझ लीजिए क्या है फर्क रिवाल्वर की खोज Samuel Colt ने की थी। सन् 1836 में सैमुअल कोल्ट नाम के एक व्यक्ति ने दुनिया के सामने एक ऐसी बंदूक रखी जिसमें एक बार में 5 गोलियां भरी जा सकती थी। तब से अब तक तकनीक ने नई नई ऐसी रिवॉल्वर उपलब्ध करा दी, जो एक हाथ नहीं बल्कि एक उंगली मात्र से चलाई जा सकती हैं।
अब उत्तर प्रदेश के कई ऐसे शहर हैं जो रक्षा यंत्र बनाने में देश-दुनिया में नाम कमा रहे हैं। कानपुर की बोफोर्स की विदेशों में डिमांड है। वहीं संडीला की बनीं वेब्ले स्कॉट अपनी खूबियों से लोगों की पसंद बन रही है। अलीगढ़ में बड़ी बड़ी गन तैयार हुई हैं।