खुद का बताया वंशज ताजमहल(Taj Mahal) बनाने वाले कारिगरों को खुद को वंशज बताने वाले ताहिरउद्दीन 80 वर्ष के हैं। इनका दावा है कि इनके पुरखों ने ताजमहल(Taj Mahal) की कारीगिरी की थी। एक न्यूज़ चैनल के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने ताजमहल(Taj Mahal) को लेकर कई बातें कहीं हैं। इनके द्वारा बताई जानें वाली बातें हैरान करने वाली हैं। ताहिर उद्दीन ताजमहल के कमरे ताजमहल के कुएं ताजमहल(Taj Mahal) में हिंदू मान्यताओं के चिन्ह सहित तमाम दावे किए हैं। हालांकि, पत्रिका ताहिर उद्दीन द्वारा किए गए दावों की पुष्टि नहीं करता है।
ताहिरउद्दीन के दावे ताजमहल बनाने वाले कारीगरों के वंशज ने ताजमहल के 20 कमरों को लेकर या बात कही है कि 20 कमरे ठीक कब्र के नीचे हैं। एएसआई इन कमरों का इस्तेमाल स्टोर रूम के तौर पर करता है। पहले इन कमरों का इस्तेमाल ताजमहल देखने आने वाले दर्शकों के जूते चप्पल रखने के लिए किया जाता था। लेकिन जैसे-जैसे ताजमहल देखने आने वालों लोगों की भीड़ बढ़ती गई इन कमरों का इस्तेमाल बंद कर दिया गया। अभी भी बीच-बीच में एएसआई(ASI) इन कमरों को खोलकर साफ सफाई करता है।
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लखनऊ का लक्ष्मण कनेक्शन, क्या बदलेगा अब राजधानी का भी नाम ताजमहल के 22 कमरों को कभी नहीं खोला गया कारीगर के वंशज का दावा है कि ताजमहल में स्थित उन 22 कमरों को कभी नहीं खोला गया। इन्ही कमरों को इन दिनों खोले जाने की मांग हो रह है। वंशज का कहना है कि 1993 में कुछ अंग्रेजों ने इन कमरों को देखा था। ऐसा माना जाता है कि एएसआई कोई खतरा नहीं लेना चाहता, लिहाजा इन कमरों को नहीं खोला जा रहा है।