युवा कर रहे योजना का विरोध युवा वर्ग इस योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। सेना में शामिल होने की तैयरियां कर रहे युवाओं का दावा है कि वे वर्षों से मेहनत कर सेना भर्ती में शामिल होने का सपना देखते हैं। ऐसे में 4 वर्ष की नौकरी उन्हें मंजूर नहीं। प्रदर्शन करने वाले छात्रों ने सरकार से इस योजना को वापस लेने की अपील की है।
क्या है अग्निपथ योजना अग्नीपथ योजना के तहत इस साल 46 युवाओं को सशस्त्र बल में शामिल किया जाना है। युवाओं की भर्ती 4 साल के लिए होगी और उन्हें अग्निवीर कहा जाएगा। यह 30,000 से 40,000 प्रति माह का वेतन मिलेगा और उनकी उम्र 17 से 21 वर्ष के बीच होगी। इस योजना का अर्थ यह भी है कि भर्ती हुए 25 फ़ीसदी युवाओं को आगे सेना में मौका मिलेगा और बाकी 75 फीसदी को नौकरी छोड़नी पड़ेगी।
यह भी पढ़ें – UP Panchayati Raj Vibhag Recruitment 2022: इंजीनियरिंग पदों के लिए 1800 से ज्यादा पदों पर भर्तियां अग्निपथ योजना पर दो सामान जाए अग्निपथ योजना पर दो समान राय देखने को मिल रही है। दक्षिण पश्चिम कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह भिंडर ने अग्नीपथ योजना को युवाओं के लिए एक बड़ा अवसर बताया है। सेना उम्मीदवारों को उनकी योग्यता और प्रतिभा के आधार पर कौशल प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 4 साल बाद जहां 25 फीसदी उम्मीदवारों को योग्यता के आधार पर सेना में शामिल किया जाएगा, वहीं 75 फीसदी को कौशल प्रमाण पत्र दिया जाएगा ताकि उन्हें अपनी योग्यता के अनुसार सरकारी या निजी नौकरी मिल सके।
यह भी पढ़ें – यूपी वालों को महंगी बिजली का झटका! इतना बढ़ जाएगा आपका Electricity बिल मृत्यु पर मुआवजा मृत्यु जैसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर सैनिकों के लिए जो वित्तीय पैकेज है, उसमे 48 लाख रुपये का गैर अंशदायी जीवन कवर, 44 लाख रुपये की अतिरिक्त अनुग्रह राशि शामिल है। इसके अलावा पूरे चार साल जो भुगतान मिलता है वो भी शामिल है।
विकलांगता पर मुआवजा अगर कोई सैनिक विकलांग हो जाता है तो उस स्थिति में विकलांगता के प्रतिशत के आधार पर मुआवजा दिया जाएगा। जिसका फैसला चिकित्सा अधिकारी करेंगे। सैनिकों को 100 प्रतिशत, 75 प्रतिशत और 50 प्रतिशत विकलांगता की स्थिति में 44 लाख रूपये, 25 लाख और 15 लाख रूपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।