अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की भीड़
पिछले एक सप्ताह में सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में 25 से 35 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। सिविल अस्पताल के पर्चा काउंटर, पैथालॉजी और ओपीडी में मरीजों और तीमारदारों की भीड़ नजर आई। बलरामपुर अस्पताल में सबसे ज्यादा भीड़ फिजिशियन की ओपीडी में देखी गई। डॉक्टर मरीजों को न सिर्फ इलाज दे रहे हैं बल्कि ठंड से बचने और सावधानियां बरतने की सलाह भी दे रहे हैं। यह भी पढ़ें
Weather Alert: यूपी के पश्चिमी जिलों में सर्द हवाओं और शीतलहर का कहर, IMD ने जारी किया अलर्ट
डॉक्टरों की सलाह: ठंड में रखें खास ध्यान
हृदय रोगियों के लिए सुझावठंड से बचाव: हृदय रोगियों को ठंड में सुबह और देर रात टहलने से बचना चाहिए।
समय पर मेडिकल चेकअप: नियमित रूप से डॉक्टर से परामर्श लें।
संतुलित आहार: रात को हल्का और पोषण युक्त भोजन करें। इसमें फल, सब्जियां, होल ग्रेन्स और लीन प्रोटीन शामिल करें।
सोने से पहले भोजन: खाना सोने से कम से कम दो घंटे पहले करें ताकि पाचन सही तरीके से हो।
पहनावे में सतर्कता: गर्म कपड़े पहनें, खासकर सुबह और शाम के समय।
सांस के मरीजों के लिए सुझाव
धूम्रपान से परहेज: श्वांस के मरीज धूम्रपान पूरी तरह छोड़ दें।ठंडे पदार्थों से बचाव: ठंडे पेय और भोजन से बचें।
संयमित श्रम: अत्यधिक मेहनत से बचें ताकि सांस फूलने जैसी समस्या न हो।
चिकित्सकीय परामर्श: समय-समय पर डॉक्टर से परामर्श लेते रहें।
मिर्च-मसाले से बचाव: मसालेदार और बाहर के भोजन से परहेज करें।
मौसम और स्वास्थ्य का कनेक्शन
ठंड के मौसम में रक्तवाहिनियां सिकुड़ जाती हैं, जिससे रक्तचाप बढ़ सकता है। यह स्थिति दिल के मरीजों के लिए खतरनाक हो सकती है। वहीं, श्वांस के मरीजों को ठंडी हवा के कारण सांस लेने में समस्या हो सकती है। डॉक्टरों का कहना है कि बदलते मौसम में सावधानी बरतना सबसे अहम है। यह भी पढ़ें
Train Incident: चलती ट्रेन में यात्री को हार्ट अटैक, टीटीई ने सीपीआर देकर बचाई जान
अस्पतालों की व्यवस्था और बढ़ती चुनौती
सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि ठंड के मौसम में हार्ट और सांस के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को सलाह दी जा रही है कि ठंडी चीजों और अधिक श्रम से बचें। अस्पताल प्रशासन ने ओपीडी और इमरजेंसी सेवाओं को बेहतर तरीके से संभालने के लिए अतिरिक्त प्रयास किए हैं।सावधानी और बचाव है सबसे बड़ा उपचार
बदलते मौसम में स्वास्थ्य पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। डॉक्टरों का कहना है कि सही समय पर सावधानी बरतने से गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। दिल और श्वांस के मरीजों को अपनी दिनचर्या में बदलाव लाकर ठंड के मौसम का सामना करना चाहिए। यह भी पढ़ें