ये भी पढ़ें- विकास दुबे का हुआ अंतिम संस्कार, नहीं पहुंचे माता-पिता, पत्नी ने कहा – सबका हिसाब करूंगी कानपुर एनकाउंटर के बाद कई पुलिस अफसरों व नेताओं के उससे जुड़े होने की बात सामने आई थी। विकास दुबे कैसे यूपी का मोस्ट वांटेड अपराधी बन गया, एसआईटी इसका भी जवाब ढूंढेंगी। कानपुर पुलिस के कई अधिकारियों व कर्मियों के खेल सामने आने के साथ ही विकास दुबे के काले कारोबार का चिट्ठा भी खोला जाएगा। एसआईटी विकास दुबे के विरुद्ध चल रहे सभी मुकदमों में अब तक की गई कार्रवाई की समीक्षा करने के साथ ही यह भी जांच करेगी कि क्या इन मुकदमों में विकास व उसके साथियों को सजा दिलाने के लिए की गई कार्रवाई पर्याप्त थी।
ये भी पढ़ें- विकास दुबे एनकाउंटर मामला पहुंचा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तक, सीएम पर लगाया आरोप, कहा- सब स्क्रिप्टेड एसआईटी इन बातों की जांच करेगी-
– विकास दुबे पर जितने मुक़दमे हैं उनमें क्या कार्रवाई हुई?
– क्या यह कार्रवाई उसे सजा दिलाने के लिए काफी थी? – इसकी ज़मानत रद्द कराने के लिए क्या कार्रवाई की गई? – विकास दुबे के खिलाफ जनता की कितनी शिकायतें आईं?
– जनता की शिकायतों की किन-किन अधिकारियों ने जांच की और उसका नतीजा क्या रहा? – पिछले एक साल में उसके संपर्क में कितने पुलिस वाले आए और उनमें से कितनों की उससे मिलीभगत थी?
– विकास दुबे पर गैंगस्टर एक्ट, गुंडा एक्ट और एनएसए लगाने में किन अफसरों ने लापरवाही बरती? – विकास और उसकी गैंग के पास मौजूद हथियारों की जानकारी पुलिस को क्यों नहीं थी? इसके लिए कौन जिम्मेदार है?
– विकास और उसके साथियों को इतने अपराध के बावजूद किन अफसरों ने हथियार के लाइसेंस दिए? – लगातार अपराध करने के बाद उसके लाइसेंस किसने रद्द नहीं किए? – विकास और उसके साथियों ने गैरकानूनी ढंग से कितनी जायजाद बनाई है?
– विकास और उसके साथियों को गैरकानूनी ढंग से जायजाद बनाने देने में कौन अफसर शामिल हैं? – क्या विकास और उसके साथियों ने सरकारी जमीन पर क़ब्ज़ा किया है? – अगर विकास और उसके साथियों ने सरकारी जमीन पर क़ब्ज़ा किया है तो क़ब्ज़ा होने देने और क़ब्ज़ा खाली न करवाने के लिए कौन अफसर ज़िम्मेदार हैं?