एम्प्लॉय हैंड बुक के तहत होता है सारा काम
डॉ विकास दिव्यकीर्ति ने बताया, “दृष्टि IAS में जो काम होता है, उसमें मनमानी भाव से काम नहीं होते हैं। क्योंकि हम कॉर्पोरेट सेक्टर में काम करते हैं। अगर मैं भी चाहूं किसी को हटाना तो नहीं हटा सकता हूं। कुछ रूल्स रेगुलेशंस हैं उसी के मुताबिक काम होता है। हमारी एक एम्प्लॉय हैंड बुक है। उसके तहत सारा काम होता है।”
डॉ विकास दिव्यकीर्ति ने बताया, “दृष्टि IAS में जो काम होता है, उसमें मनमानी भाव से काम नहीं होते हैं। क्योंकि हम कॉर्पोरेट सेक्टर में काम करते हैं। अगर मैं भी चाहूं किसी को हटाना तो नहीं हटा सकता हूं। कुछ रूल्स रेगुलेशंस हैं उसी के मुताबिक काम होता है। हमारी एक एम्प्लॉय हैंड बुक है। उसके तहत सारा काम होता है।”
किसी एम्प्लॉय को हटा ही नहीं सकते हैं हम
विकास दिव्यकीर्ति ने बताया, “हमारे यहां छुट्टियों के नियम कई मामलों में सरकार से भी बेहतर हैं। हम किसी कर्मचारी को हटा ही नहीं सकते हैं, जब तक हमारे पास कोई ठोस आधार न हो। ये संयोग की बात है कि कुछ ऐसे कारण थे, जिसे मैं नहीं बोलना चाहता हूं। क्योंकि ये व्यक्तिगत आक्षेप जैसा मामला होगा।”
विकास दिव्यकीर्ति ने बताया, “हमारे यहां छुट्टियों के नियम कई मामलों में सरकार से भी बेहतर हैं। हम किसी कर्मचारी को हटा ही नहीं सकते हैं, जब तक हमारे पास कोई ठोस आधार न हो। ये संयोग की बात है कि कुछ ऐसे कारण थे, जिसे मैं नहीं बोलना चाहता हूं। क्योंकि ये व्यक्तिगत आक्षेप जैसा मामला होगा।”
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विकास दिव्यकीर्ति ने बताया, “ये फैसला फरवरी 20 तारीख की शाम को हमारी टीम ने किया। मैं इन सभी चीजों में बहुत इन्वॉल्व होता भी नहीं हूं। ये फैसला होने के बाद यूपी पुलिस ने नेहा को नोटिस दिया। ये संयोग है कि दोनों चीजे एक साथ हो गई। इसपर कोई आरोप लगाना चाहे तो लगाएं।” किसी पॉलिटिकल पार्टी ने फोन करके नहीं बनाया दवाब
विकास दिव्यकीर्ति ने बताया, “ क्योंकि मुझे नहीं लगता की किसी राज्य के सीएम को इतनी फुरसत होगी कि वो इन चीजों में दखल देगा। साथ ही मुझे नहीं लगता की कोई फोन करके यह बोलेगा की आप ऐसा करें। मैं खुलकर यह बात कह रहा हूं कि मुझे काम करते हुए 25 साल हो गए, लेकिन आज तक किसी पॉलिटिकल पार्टी और नेता ने फोन करके दवाब बनाया हो।”
विकास दिव्यकीर्ति ने बताया, “ क्योंकि मुझे नहीं लगता की किसी राज्य के सीएम को इतनी फुरसत होगी कि वो इन चीजों में दखल देगा। साथ ही मुझे नहीं लगता की कोई फोन करके यह बोलेगा की आप ऐसा करें। मैं खुलकर यह बात कह रहा हूं कि मुझे काम करते हुए 25 साल हो गए, लेकिन आज तक किसी पॉलिटिकल पार्टी और नेता ने फोन करके दवाब बनाया हो।”
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