दोनों पूर्व मंत्रियों को नोटिस राजधानी लखनऊ में बने अंबेडकर उद्यान में मिर्जापुर से गुलाबी पत्थरों की आपूर्ति की गई थी। मिर्जापुर निवासी पट्टाधारक किशोरी लाल व रमेश कुमार को मानक के विपरीत अधिक दाम पर पत्थर सप्लाई करने के आरोप में पकड़ा गया था। दोनों से पूछताछ में अहम सुराग सुराग मिले थे, जिसके बाद दोनों पूर्व मंत्रियों को विजिलेंस ने नोटिस देकर पूछताछ के लिए तलब किया है। इसके साथ ही कुछ अन्य तत्कालीन अधिकारियों की भूमिका की जांच तेज की गई है। इस घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी जांच कर रहा है। करीब आठ साल से चल रही स्मारक घोटाले की विजिलेंस जांच को अंतिम चरण तक पहुंचाने के लिए दोनों पूर्व मंत्रियों से कई अहम बिंदुओं पर पूछताछ की जानी है।
कई अधिक दामों पर हुई पत्थरों की खरीद जांच में सामने आया है कि स्मारकों के निर्माण से जुड़ी महत्वपूर्ण बैठकें दोनों पूर्व मंत्रियों के आवास पर होती थीं। निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग नसीमुद्दीन सिद्दीकी कर रहे थे। स्मारकों में लगाए गए पत्थरों की खरीद कई गुना अधिक दामों पर की गई थी। विजिलेंस ने इस मामले में बीते दिनों चार अधिकारियों की भी गिरफ्तारी की थी, जबकि छह आरोपितों के विरुद्ध कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल किया गया था।