उसके बाद नाविकों एवं स्वच्छता के सारथी स्थानीय नागरिकों ने गोमती से कई प्रकार का अपशिष्ट निकाला “जिसमे पॉलीथिन, जलकुंभी व अन्य प्रमुख़ हैं।
कार्यक्रम के दूसरे भाग में इस कार्य में अपना श्रमदान देनें वाले नाविकों एवं अपने सम्पूर्ण जीवन में स्वछता को मूलाधार मान स्वछता के लिए कार्य करने वाली वाल्मीकि समाज की महिलाओं का सम्मान मनकामेश्वर मठ-मंदिर की महन्त देव्या गिरि ने किया। सम्मानित किए जाने वाले नाविक हैं राजकुमार, सुन्दर लाल कश्यप, रोहित, गोपाल, दयालु, इन्दर, विवेक, सचिन, रामचन्द्र, बच्चा, हरिश्चंद्र, रामेश्वर, सुरेश एवं बंसीलाल। वही वाल्मीकि समाज से श्रीमंत रेखा वाल्मीकि, रजनी वाल्मीकि, सावित्री वाल्मीकि को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दूसरे भाग में इस कार्य में अपना श्रमदान देनें वाले नाविकों एवं अपने सम्पूर्ण जीवन में स्वछता को मूलाधार मान स्वछता के लिए कार्य करने वाली वाल्मीकि समाज की महिलाओं का सम्मान मनकामेश्वर मठ-मंदिर की महन्त देव्या गिरि ने किया। सम्मानित किए जाने वाले नाविक हैं राजकुमार, सुन्दर लाल कश्यप, रोहित, गोपाल, दयालु, इन्दर, विवेक, सचिन, रामचन्द्र, बच्चा, हरिश्चंद्र, रामेश्वर, सुरेश एवं बंसीलाल। वही वाल्मीकि समाज से श्रीमंत रेखा वाल्मीकि, रजनी वाल्मीकि, सावित्री वाल्मीकि को सम्मानित किया गया।
शरद पूर्णिमा एवं मीराबाई जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित होगी नमोस्तुते माँ गोमती महाआरती। 13 अक्टूबर 2019 दिन रविवार को शरद पूर्णिमा एवं मीराबाई जयंती के अति मांगलिक अवसर पर “मनकामेश्वर मठ-मंदिर एवं नमोस्तुते माँ गोमती” मनकामेश्वर उपवन घाट पर सायं 6 बजे से 11 आचार्यों की उपस्थिति व मठ-मंदिर की महन्त देव्यागिरि के सानिध्य में “आदि माँ गोमती महाआरती” का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर स्थानीय कलाकारों द्वारा मुख्यमंच से “मीराबाई” स्वरांजलि अर्पित कि जाएगी।