पांच जुलाई को जिन चार सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है। उनमें समाजवादी पार्टी की लीलावती कुशवाहा, रामवृक्ष सिंह यादव, एसआरएस यादव और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के समधी जितेन्द्र यादव शामिल हैं। अखिलेश सरकार में इन सभी को मनोनयन के बाद विधान परिषद भेजा गया था।
यूपी विधान परिषद में 100 सीटें
विधान परिषद सदस्यों का दर्जा विधायक के ही समकक्ष होता है। यूपी विधान परिषद में 100 सीटे हैं। प्रदेश में 403 विधानसभा सदस्य हैं। ऐसे में यूपी विधान परिषद में 134 से ज्यादा सदस्य नहीं हो सकते हैं। इसके अलावा विधान परिषद में कम से कम 40 सदस्य होना जरूरी है।
विधान परिषद सदस्यों का दर्जा विधायक के ही समकक्ष होता है। यूपी विधान परिषद में 100 सीटे हैं। प्रदेश में 403 विधानसभा सदस्य हैं। ऐसे में यूपी विधान परिषद में 134 से ज्यादा सदस्य नहीं हो सकते हैं। इसके अलावा विधान परिषद में कम से कम 40 सदस्य होना जरूरी है।
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विधान परिषद में दलीय स्थितिसमाजवादी पार्टी- 51
भारतीय जनता पार्टी- 32
बहुजन समाज पार्टी- 06
कांग्रेस- 02
अपना दल (एस)- 01
शिक्षक दल- 01
निर्दलीय समूह- 02
निर्दलीय- 03
रिक्त सीटें- 02
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