लखनऊ. लखनऊ के फैजुल्लागंज में महज 12 घण्टे के भीतर भाई और बहन की डेंगू बुखार से मौत हो गई। दोनों बच्चों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। मासूम सिमरन (7) ने शानिवार रात करीब दो बजे निजी अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। जांच में मासूम की प्लेटलेट्स करीब 11 हज़ार आयी है जबकि भाई अंश की दोपहर करीब दो बजे मौत हो गई थी। पड़ोसियों के अनुसार रात में सिमरन की तबीयत को करीब एक हफ्ते से बुखार आ रहा है। शनिवार को बेटे अंश की मौत के बाद उसका अंतिम संस्कार करने बाद बेटी सिमरन की तबीयत बिगड़ गई। पास के निजी अस्पताल ले गए। हालत बिगड़ने पर रात में परिजन बलरामपुर अस्पताल ले गए। वहां भर्ती नही करने पर फिर निजी अस्पताल ले गए। रविवार सुबह उपचार के दौरान मौत हो गई।
50 सालों के लिए अडानी का होगा अमौसी एयरपोर्ट लखनऊ. यात्री सुविधाओं से लेकर राजस्व तक में मुकाम हासिल करने वाला चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट सोमवार से निजी हाथों में चला जाएगा। अब अडानी ग्रुप इसके विकास, प्रबंधन और वित्तीय मामलों के फैसले लेगा। समूह को 50 सालों के लिए एयरपोर्ट की कमान सौंपी गई है। अडानी ग्रुप सोमवार से हवाईअड्डा संभाल लेगा, लेकिन तीन साल तक वह एयरपोर्ट प्रशासन के साथ मिलकर काम करेगा। एयरपोर्ट निदेशक को छोड़कर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के 124 एक्जीक्यूटिव और नॉन एक्जीक्यूटिव अधिकारी व कर्मचारी पहले की तरह ही काम करेंगे, लेकिन निर्देशन अडानी ग्रुप के अधिकारियों का रहेगा। यह एक तरह से संयुक्त प्रबंधन का समझौता है, जो एक साल तक चलेगा। इसके बाद दो साल के लिए यही कर्मचारी डीम्डडेपुटेशन पर अडानी ग्रुप के लिए काम करेंगे।
सफेद की जगह बाजार में मिलेंगे गुलाबी मशरूम गोरखपुर. बस्ती जिले के मशरूम उत्पादकों को इस बार पिंक मशरूम के स्पान (बीज) वितरित किए जाएंगे। औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र के मशरूम विभाग से बीज वितरित किए जाएंगे। पिंक मशरूम के स्पान आने के बाद जिले में चार प्रजाति के मशरूम पैदा किए जाएंगे। मशरूम के विभागाध्यक्ष विवेक वर्मा बताते हैं कि कल्चर से स्पान तैयार करने में करीब 20 दिन का समय लगता है। इसके बाद तैयार स्पान उत्पादकों को वितरित किए जाएंगे। पिंक मशरूम देखने में काफी आकर्षक और स्वाद में बेहद लजीज होते हैं। बाजार में इसकी कीमत सफेद मशरूम से ज्यादा होती है। प्रति सौ ग्राम ताजे मशरूम में करीब 90.1 ग्राम जल, 2.1 ग्राम प्रोटीन, एक ग्राम वसा, 4.7 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, ऊर्जा 36 ग्राम पाई जाती है।
ऑनलाइन भरें जा सकेंगे जीवित प्रमाणपत्र लखनऊ. कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिन पेंशनरों के जीवित प्रमाणपत्रों की अवधि नवंबर और दिसंबर में खत्म हो रही है वे ऑनलाइन सुविधा का उपयोग कर सकते हैं। नजदीकी जनसुविधा केंद्र, पोस्ट ऑफिस या साइबर कैफे की मदद से यह सुविधा ले सकते हैं। संबंधित व्यक्ति चाहे तो बायोमीट्रिक डिवाइस का भी इस्तेमाल कर सकता है। इसके लिए जरूरी नहीं कि वे कलेक्ट्रेक कोषागार तक आएं। यह कार्य घर बैठे भी किया जा सकता है। मुख्य कोषाधिकारी एमके तिवारी ने बताया कि जिनकी पेंशन आदर्श कोषागार कलेक्ट्रेट से आती है उनको यह सुविधा दी जा रही है। इसके लिए उनको संबंधित वेबसाइट पर लॉगइन करना होगा। जीवित प्रमाणपत्र के वैधता की जानकारी के लिए संबंधित साइट पर लॉग इन करना होगा। वेबसाइट खुलने के बाद अपने आधार नम्बर की जानकारी, मोबाइल नंबर, पेंशनर का नाम, टाइप ऑफ पेंशन का कोष्ठक की जानकारी देनी होगी। फॉर्म में सेक्शन अथॉरिटी स्टेट गवरमेंट उत्तर प्रदेश को चुनें, डिस्बर्सिग एजेंसी उत्तर प्रदेश ट्रेजरीज में लखनऊ सेकेंड चुने, पीपीओ नंबर भरें, बैंक खाते की जानकारी देनी होगी।
आईआईटी बना रहा देश का पहला ‘रोबोट सर’ कानपुर. कॉग्निटिव साइंस के विशेष भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ साइंस के सहयोग से रोबोट तैयार कर रहा है। इसमें बच्चों के मन के मुताबिक प्रोग्रामिंग की जा रही है। इसमें जापान के क्यूशू इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रो. हिरोआकी तकनीकी सहयोग कर रहे हैं। इस रोबोट के 2021 के अंत तक पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा। पहले चरण में दो रोबोट बन गए हैं। उनका संस्थान के क्रिस्लय स्कूल और केंद्रीय विद्यालय आइआइटी में प्रयोग हो चुका है।कॉग्निटिव साइंस के हेड प्रो. बिशाख भट्टाचार्या के मुताबिक यह रोबोट पीएचडी शोधार्थी अरविंद के साथ मिलकर तैयार किया जा रहा है। उसने पहले खिलौने को बच्चों को समझाने वाला बनाया था, जिसके बाद यह आइडिया आया। पहले चरण में गिरगिट की तरह रोबोट बनाया गया है। यह रंग बदलने वाला है। किसी भी रंग के पास ले जाने से यह अपना रंग बदल लेता है।
यूपी-बिहार से गुजरने वाली ट्रेनों का बदला समय लखनऊ. रेलवे एक नवंबर से कई ट्रेनों का समय और नंबर बदल गया। रेलवे प्रशासन ने पहले से ही इसकी तैयारी कर ली थी।ट्रेनों की टाइमिंग में 15 मिनट से लेकर 2 घंटे तक का चेंज है। वैसे अधिकांश महत्वपूर्ण ट्रेनों के समय में कोई चेंज नहीं है। यूपी-बिहार से होकर गुजरने वाली कुछ पूजा स्पेशल ट्रेनों के समय में जरूर बदलाव है। कुछ पुरानी ट्रेनों को सुपरफास्ट ट्रेन बना दिया गया है। बता दें कि रेलवे हर साल एक जुलाई से ट्रेनों के समय में बदलाव करता है। इस साल कोरोना के कारण जुलाई में ट्रेनों का रूटीन संचालन नहीं था। अभी ट्रेनों का सामान्य परिचालन ठप है केवल स्पेशल ट्रेनें चला रही है। इस कारण यह बदलाव बढ़ाकर नवंबर में लागू करने की घोषणा की गई थी।
दहेज की खातिर हत्या के दोषी इंजीनियर को 10 साल की कैद ललितपुर. ललितपुर जिले की एक अदालत ने दहेज की खातिर हत्या के 25 साल पुराने एक मामले में दोषी पाए गए कनिष्ठ अभियंता (जेई) को 10 साल कैद की सजा सुनाई है। ललितपुर जिले के सहायक शासकीय अधिवक्ता बृजेन्द्र सिंह यादव ने रविवार को बताया कि अपर जिला एवं सत्र न्यायालय के न्यायाधीश मनुज कुमार तिवारी की अदालत ने 25 साल पुराने दहेज की खातिर हत्या के मामले में अभियोजन और बचाव पक्ष के वकीलों की दलीलें सुनने के बाद लघु सिंचाई विभाग के जेई महेंद्र कुमार दुबे को शनिवार को 10 साल कैद की सजा सुनाई। दुबे की पत्नी सरिता की 19 अक्टूबर 1995 को यहां किराए के मकान में संदिग्ध परिस्थितियों में आग से जलने से मौत हो गयी थी। सरिता के पिता नवलकिशोर नगाइच ने अपनी बेटी के पति दुबे, देवर पप्पू और ससुर के खिलाफ 50 हजार रुपये दहेज न देने पर आग से जलाकर हत्या करने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस मामले में सरिता के देवर पप्पू और ससुर को पुलिस ने अपनी जांच के बाद आरोप मुक्त कर दिया था।
दिसंबर में यूपी को मिलेगा एक और चिड़ियाघर कानपुर. अगले दिसम्बर में प्रदेश की जनता को एक और बेहतरीन चिड़ियाघर की सौगात मिल जाएगी। यह प्रदेश का तीसरा चिड़ियाघर होगा और बाकि दोनों से काफी बड़ा होगा। इस समय प्रदेश में दो चिड़ियाघर हैं। पहला लखनऊ में एवं दूसरा कानपुर में है। तीसरा गोरखपुर में बनकर तैयार है और तमाम औपचारिकताओं के बाद आने वाले दिसम्बर आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। इस बीच सेन्ट्रल जू अथॉरिटी की टीम ने दो दिन पूर्व गोरखपुर चिड़ियाघर का निरीक्षण कर इस चिड़ियाघर को नियमानुसार पूरी तरह से दुरुस्त पाया है और मामूली फेरबदलके बाद इसे आम जनता के लिए खोलने के लिए अपनी सहमति प्रदान कर दी है। अब इस चिड़ियाघर में देशी-विदेशी वन्यजीवों को लाए जाने के कार्य शुरू किए जाएंगे।
वाराणसी में नारी शक्ति ने ‘तृतीय पिंकथॉन डेट’ पर दिखाई ताकत वाराणसी. तीसरे पिंकथॉन डे के अवसर पर वाराणसी स्मार्ट सिटी के सहयोग से सात से 70 साल की महिलाओं की तीन किलोमीटर की दौड़ रविवार की सुबह आयोजित हुई। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 6.30 बजे सूर्य नमस्कार से प्रारंभ हुआ। महिला सुरक्षा के लिए कराटे प्रदर्शन मिशन शक्ति टीम द्वारा किया गया। सभी को दौड़ से पूर्व वार्मअप के लिए जुंबा डांस भी 30 मिनट का कराया गया। इसके बाद पुरुषों की साइकिलिंग की टीम को नगर स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा फ्लैग ऑफ करके छोड़ा गया जो बीएचयू लंका गेट तक गई महिलाओं की तीन किलोमीटर की रेस शहीद उद्यान से प्रारंभ होकर साजन तिराहा, आईपी मॉल, सिगरा थाना मलदहिया होते हुए वापस शहीद उद्यान पहुंची।
विवाद के बाद पत्नी ने लगाई आग कानपुर. महाराजपुर के डोमनपुर गांव निवासी जयराम (38) का पत्नी ऊषा (35) से पशुओं का चारा काटने को लेकर विवाद हो गया। इसके बाद ऊषा घर के भीतर चली गई और पंप सेट चलाने के लिए रखा डीजल का केन उड़ेल लिया। जब तक लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ऊषा ने माचिस की तीली जला दी। जब वह लपटों से घिर गई तो पशुओं को चारा दे रहे जयराम दौड़े। बचाने के प्रयास में जयराम भी गंभीर रूप से झुलस गए। घटना से गांव में हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जयराम और ऊषा को पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर देर रात ऊषा की मौत हो गई और रविवार सुबह करीब 11 बजे जयराम ने भी दम तोड़ दिया।