लखनऊ

Quick Read: फर्जी शिक्षकों की तादाद बढ़ी, शिकायत के आठ साल बाद बर्खास्तगी की कार्रवाई

शिक्षा विभाग के चंद अधिकारियों की मिली भगत से फर्जी शिक्षकों की जांच को दबा दे रहे हैं ताकि फर्जी शिक्षक को वेतन मिलता रहे।

लखनऊJun 30, 2021 / 05:30 pm

Karishma Lalwani

Quick Read: फर्जी शिक्षकों की तादाद बढ़ी, शिकायत के आठ साल बाद बर्खास्तगी की कार्रवाई

शिकायत के आठ साल बाद बर्खास्तगी की कार्रवाई
गोरखपुर. जनपद में फर्जी शिक्षकों की तादाद बढ़ती जा रही है। शिक्षा विभाग के चंद अधिकारियों की मिली भगत से फर्जी शिक्षकों की जांच को दबा दे रहे हैं ताकि फर्जी शिक्षक को वेतन मिलता रहे। वर्ष 2013 में आत्‍म प्रकाश नामक शिक्षक के खिलाफ शिकायत की गई थी कि उसका प्रमाण पत्र फर्जी है, अब उसे बर्खास्‍त कर दिया गया। अधिकारियों की साजिश के तहत शिकायत के बाद भी वह आठ साल तक वेतन लेता रहा। फर्जी अंक पत्र पर नौकरी की पुष्टि होने के बाद भी पिछले कई माह से एक शिक्षक पर विभाग इसलिए कार्रवाई नहीं कर रहा पर था, क्योंकि उसका सत्यापन रिपोर्ट बोर्ड से नहीं आया था। जैसे ही यूपी बोर्ड ने सत्यापन रिपोर्ट भेजकर उसके टीईटी के अंकपत्र फर्जी होने पर अपनी मुहर लगाई। विभाग ने शिक्षक पर कार्रवाई करते हुए बर्खास्त कर दिया।
फंदे पर लटका मिला शव

औरैया. औरैया में सदर कोतवाली क्षेत्र में 27 वर्षीय प्रियंका ने किन्हीं कारणों से फांसी के फंदे पर लटक कर आत्महत्या कर ली। उसे फंदे से उतारकर उसका पति, सास व ससुर जिला अस्पताल ले आए, जहां पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। अस्पताल पहुंचे मृतका के भाई अतुल अवस्थी ने कहा कि मृतका की शादी सात साल पूर्व हुई थी। ससुरालीजन उसे परेशान करते थे। मृतका ने अपने पीछे एक बेटा व बेटी को छोड़ा है। सदर क्षेत्राधिकारी सुरेंद्र नाथ ने जिला अस्पताल पहुंचकर शव को मोर्चरी में रखवा दिया तथा संदेह पर पति, सास व ससुर को हिरासत में ले लिया। मृतका के पिता राजेंद्र प्रसाद अवस्थी लुधियाना पंजाब में नौकरी करते हैं। उनके आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
10 स्पेशल ट्रेनों के फेरे बढ़े

गोरखपुर. रेलवे प्रशासन ने गोरखपुर- पनवेल सहित गोरखपुर से बनकर पहले से चल रहीं दस स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेनों का फेरा बढ़ा दिया है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार यह सभी ट्रेनें पूर्व निर्धारित समय, ठहराव और मार्ग के आधार पर चलाई जाएंगी। पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने तीनों मंडल (लखनऊ, वाराणसी और इज्जत नगर) के मंडल रेल प्रबंधकों और प्रमुख विभागाध्यक्षों के साथ वर्चुअल बैठक की। इस दौरान उन्होंने यात्री सुविधाओं और सभी ट्रेनों में अति आधुनिक लिंक हाफमैन बुश (एलएचबी) कोच लगाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पुराने कोचों से चल रही ट्रेनों में भी प्राथमिकता के आधार पर एलएचबी कोच लगाएं। आने वाले दिनों में पूर्वोत्तर रेलवे की सभी ट्रेनें एलएचबी कोचों से ही चलाई जाएंगी।
अपराधियों और पुलिस के बीच फायरिंग, कोतवाल को लगी गोली

गोंडा. गोंडा में ढाई बजे कोतवाली करनैलगंज के भोंकापतिसा के पास विरतिहा गांव के पास स्थित कटरा ढर्राबाग का इलाका अचानक गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। गोलियों की आवाज से पास के गांव वाले किसी अनहोनी के डर से अपने बिस्तरों में दुबक गये। दरअसल, गस्त पर निकले कोतवाल सन्तोष कुमार सिंह को सूचना मिली कि कुछ गोवंश तस्कर अपने साथियों के साथ भोंका पतिसा स्थित विरतिहागांव के पास कटरा ढर्रा बाग में गोवंश हत्या की योजना को अंजाम देने वाले है। जिस पर कोतवाल ने गस्त पर निकली दूसरी मोबाइल टीम को लेकर मौके पर जा पहुंचे। जब तक पुलिस अपनी गाड़ियों से उतर पाती तब तक बाग में एकत्र बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान कोतवाल सन्तोष कुमार सिंह व एक बदमाश सुकई उर्फ शहाबुददीन निवासी भोंका के पैर में गोली लग गयी। दूसरे बदमाश शाहरुख निवासी कस्बा करनैलगंज को दौड़ा कर पकड़ा गया। इस दौरान पुलिस मोबाइल का वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया। घटना की सूचना वायरलेस पर प्रसारित होने के बाद कई थानों की पुलिस व पीआरवी के वाहन मौके पर जा पहुंचे। घायल बदमाश सहित एक अन्य को पुलिस पकड़ने में सफल रही, जबकि दो अन्य बदमाश मौके से फरार होने में सफल रहे।
सड़क किनारे गड्ढे में मिला युवक का शव

गोरखपुर. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के सिकरीगंज थाना क्षेत्र के गोविंदपुर गांव के सामने सड़क किनारे पानी भरे गढ्ढे में एक युवक का शव बुधवार को मिला। सूचना मिलने पर सिकरीगंज पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। युवक की पत्नी द्वारा बीती रात को ही सिकरीगंज पुलिस को पति के गायब होने की मौखिक सूचना दी गई थी। रात से ही पुलिस युवक का पता लगाने में जुटी थी। इफको प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में अयोध्या जनपद कुमारगंज थाना क्षेत्र निवासी सुरेश सिंह काम करता था। मृतक के छोटे भाई उमेश कुमार सिंह पुत्र स्व. सुरेंद्र सिंह ने सिकरीगंज पुलिस को तहरीर दिया कि प्लांट पर काम करने वाले दिव्यांशु सिंह, आनन्द मिश्रा, एकांश तोमर, अजय प्रताप सिंह उसके बड़े भाई सुरेश के साथ काम करते थे। 28 जून को सुरेश अपनी पत्नी शशि सिंह को बताया था कि उक्त लोगों के साथ गोरखपुर जा रहे हैं। वहीं दूसरे दिन 29 जून को इन लोगों ने सुरेश के नंबर से ही फोन करके बताया कि सुरेश गाड़ी से उतरकर कहीं चला गया है। जब मौके पर परिजन पहुंचे तो सुरेश की हत्या कर दी गई थी। उसका शव प्लांट से 300 मीटर दूर स्थित सड़क के किनारे पानी से भरे गड्ढे में मिला।
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