प्रयागराज. कोरोना वायरस (Corona Virus) महामारी के दूसरे चरण में एनसीआर क्षेत्र में रेलकर्मी व उनके परिवार के सदस्य भी संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। ऐसे हालात में कर्मचारियों ने स्पेशल कैजुअल लीव (सीएल) दिए जाने की मांग की थी। मांग करने वाले कई रेलवे कर्मचारी संगठन के लोग थे। इस मांग पर रेलवे बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। दरअसल, नार्थ सेंट्रल इम्प्लाइज संघ (एनसीआरईएस) समेत नार्थ सेंट्रल मेंस यूनियन व नार्थ सेन्ट्रल रेलवे वर्कर्स यूनियन ने रेलवे बोर्ड से संक्रमित रेलकर्मियों को इलाज के लिए 30 दिन तक स्पेशल सीएल स्वीकृत करने की मांग की थी। इसके लिए संघ के महामंत्री आरपी सिंह ने रेलवे बोर्ड को पत्र भेजा था। पत्र के माध्यम से उन्होंने कहा था कि कोरोना संक्रमित होने पर अगर कर्मचारी अस्पताल या होम क्वारंटाइन रहकर इलाज करा रहा हो तो उसे 30 दिन तक स्पेशल कैजुअल लीव दी जा सकती है। इलाज की समयावधि इससे ज्यादा होने पर कर्मचारी की स्वयं की (सीएल, एलएपी व एसएपी) छुट्टियां स्वीकृत की जा सकती हैं। संघ के महामंत्री आरपी सिंह के अनुसार, वेस्ट सेंट्रल रेलवे ने 30 दिन तक स्पेशल सीएल स्वीकृत करने का आदेश जारी कर दिया है।
फेसबुक पर एक दूसरे को दी धमकी, सामने आने पर फायरिंग गोरखपुर. बड़हलगंज कोतवाली क्षेत्र के कोरड़ नीलकंठ गांव में चुनावी रंजिश को लेकर दो पक्षों में मारपीट हो गई। मारपीट के दौरान एक पक्ष से फायरिंग भी हुई है। दरअसल, मामला ग्राम प्रधान चुनाव से जुड़ा है। गोरखपुर में गंगोत्री देवी गांव से प्रधान निर्वाचित हुई हैं। हार-जीत को लेकर गांव के एक अन्य प्रत्याशी के स्वजन (जो बैंकाक में हैं) और गंगोत्री देवी के स्वजन फेसबुक पर एक दूसरे को देख लेने की धमकी दे रहे थे। रविवार को प्रत्याशी के स्वजन गांव में आए धमकी देने वाले दूसरे पक्ष को ढूंढते हुए उनसे झगड़ा करने लगे। दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। बाद में दूसरे पक्ष से फायरिंग होने पर प्रधान प्रतिनिधि भगवती यादव का 21 वर्षीय भतीजा राहुल घायल हो गया। मारपीट के दौरान दूसरे पक्ष से सूरज निषाद भी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। राहुल व सूरज को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। उधर, घटना को लेकर कोतवाल मनोज कुमार राय ने कहा कि दोनों पक्षों के लोगों को चोटे आई हैं। सूरज व राहुल को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। किसी पक्ष से तहरीर नहीं मिली।
दरवाजा खोलने में देरी पर पत्नी की मौत जालौन. रामपुरा के मोहल्ला सुभाष नगर निवासी शिवराज ने दरवाजा देर से खोलने पर अपनी पत्नी की हत्या कर दी। शिवराज की आठ साल पहले गीता (32) से शादी हुई थी। बीते रविवार को वह एक रिश्तेदार से मिलने घर जाने की बात कहकर से चला गया था। सोमवार की भोर पहर अचानक शिवराज वापस घर लौट आया और दरवाजा खोलने के लिए पत्नी को आवाज लगाई। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद भी पत्नी ने कुंडी नहीं खोली। शिवराज को पहले से पत्नी के चरित्र पर शक था। काफी देर खटखटाने पर भी दरवाजा न खुलने से शक और पुख्ता हो गया। दोनों में इस बात को लेकर कहासुनी होने लगी। बाद में तैश में आकर शिवराज ने पत्नी पर चाकू से ताबड़तोड़ वार किए। उसकी पत्नी ने वहीं दम तोड़ दिया। पत्नी की हत्या कर शिवराज खून से सनी चाकू लेकर थाने पहुंच गया। मामले में प्रभारी निरीक्षक जेपी पाल ने कहा कि तहकीकात से यही साफ हुआ कि चरित्र के संदेह में शिवराज ने पत्नी गीता की हत्या की है। हत्या के संबंधित साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
लिफ्ट देकर लूटा, जंगल में छोड़कर फरार लखीमपुर खीरी. उत्तर प्रदेश के एटा जिले में कार सवार बदमाशों ने लिफ्ट देकर चार युवकों से लूटपाट की। बदमाश एक लाख रुपये की नकदी समेत अन्य सामान लूटकर फरार हो गए। जिला लखीमपुर खीरी निवासी हरेंद्र, सोनू गुप्ता, निखिल व एक अन्य इस घटना के शिकार हुए। पीड़ित चारों युवक लखीमपुर के रहने वाले हैं। जयपुर से घर जा रहे थे। पीड़ितों से करीब एक लाख रुपए नकद, मोबाइल, पर्स और कपड़े लूट लिए गए। पीड़ितों ने कहा कि रविवार रात करीब दो बजे जयपुर से लौटकर रोडवेज बस स्टैंड पहुंचे थे। यहां कोई बस नहीं मिली। तभी एक बोलेरो कार आई, इसमें पहले से पांच लोग बैठे हुए थे। चालक ने उन्हें फर्रुखाबाद के लिए 100 रुपये प्रति यात्री किराया बताकर बैठा लिया। आरोप है कि कार में यात्री बनकर पहले से ही बदमाश बैठे हुए थे। उन्होंने जैथरा क्षेत्र के जंगल में हथियारों के बल पर लूट की वारदात को अंजाम दिया और उन्हें छोड़कर फरार हो गए।
आईएएस एसपी सिंह के खिलाफ वाराणसी में मुकदमा दर्ज वाराणसी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रविवार के बनारस दौरे के समय एक कोरोना मरीज से जुड़ा साल भर पुराना वीडियो ट्वीट करने पर पूर्व आईएएस अफसर सूर्यप्रताप सिंह के खिलाफ लंका थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। उक्त वीडियो कोरोना मरीज का शव एक नाले के पास मिलने से संबंधित था। तत्काल हुई जांच में उसके एक साल पुराना होने की पुष्टि करते हुए काशी जोन के एडीसीपी विकासचंद्र त्रिपाठी ने री-ट्वीट किया। इसके बाद एसपी सिंह ने अपना ट्वीट तो हटा लिया लेकिन वह घटना को सही करार देते रहे। पूर्व आईएएस ने 34 सेकेंड के वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा था-‘योगीजी केवल उछलकूद से काम नहीं चलेगा, परिणाम भी चाहिए। आप आज वाराणसी में समीक्षा कर रहे हैं, जरा गरीब के इस रुदन को भी सुन लीजिएगा। वाराणसी के इस अस्पताल में एडमिट कोरोना पॉजिटिव मरीज का शव नाले में मिला। दो दिन से मरीज लापता था, परिजन खोज रहे थे।’ जांच में वह वीडियो पिछले वर्ष 24 अगस्त का मिला।