लखनऊ. उत्तर प्रदेश की सड़कें 3000 करोड़ रुपये से चमचमाएंगी। इसमें नई सड़कें भी बनाई जाएंगी (Road Will Built) और पुरानी सड़कों की मरम्मत (Repair) और उनका नवीनीकरण (Renewal) कर उनकी सूरत भी बदली जाएगी। इसके अलावा यूपी में सड़कों की कनेक्टिविटी और रोड नेटवर्क भी बेहतर बनाया जाएगा। सरकार ने इसके लिये तैयारी कर ली है। राज्य सड़क प्रबंधन समिति (State road management committee) की ओर से भी इसको हरी झंडी दे दी गई है। कोरोना काल में जल्द ही यूपी की सड़कें बेहतर और बदली-बदली नजर आएंगी।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रवसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) की अध्यक्षता में हुई राज्य सड़क प्रबंधन समिति की वर्चुअल बैठक में ये फैसले लिये जाने के बाद जल्द ही कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए सूबे में सड़कों पर तेजी से काम शुरू होगा। उपमुख्यमंत्री के निर्देशानुसार ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों के रखरखाव, उनके नवीनीकरण और चौड़ीकरण पर विशेष फोकस होगा। इसके अलावा डिप्टी सीएम ने भीड़ भाड़ वाले इलाकों, शहरों और कस्बों आदि में बाईपास (By Pass) भी बनाए जाने की कार्य योजना बनाने को कहा है।
राज्य सड़क प्रबंधन समिति की बैठक में लिये गए फैसले के मुताबिक जो 3000 करोड़ रुपये सड़कों पर खर्च किये जाएंगे उनमें अकेले 2200 करोड़ रुपये उन सड़क योजनाओं पर खर्च किये जाएंगे जो वर्तमान में चालू हैं। इसके अलावा 800 करोड़ रुपये नई योजनाओं पर खर्च किये जाएंगे। इन कार्यों में निर्धारित गाइडलाइन (Guidelines) और नई उन्नत तकनीक (high tech technique) का इस्तेमाल किया जाएगा।