2022 के विधानसभा चुनाव (uttar pradesh assembly elections 2022) को देखते हुए बसपा को छोड़कर सभी दलों की कोशिश अधिक से अधिक जिलों में अपने प्रत्याशी को जिताने की है। जिला पंचायत अध्यक्ष जिले का सर्वेसर्वा होता है, चुनाव में उसकी भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। ऐसे में हर दल की ख्वाहिश जिलों की कुर्सी पर अपना प्रतिनिधि बिठाने की है। चुनाव के परिणाम भले ही अभी आएंगे, लेकिन भाजपा पहले ही बड़ी जीत का दावा कर चुकी है जबकि विपक्षी दल जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में बीजेपी पर मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगा रहे हैं।
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जिला पंचायत सदस्य चुनाव
75 जिलों में 3052 जिला पंचायत सदस्य चुने गये। इनमें से सपा समर्थित 747, बीजेपी समर्थित 690 और बसपा समर्थित 381 कैंडिडेट जीते। हालांकि, बीजेपी कई जीते निर्दलीयों को पार्टी समर्थित होने की बात कहते हुए 981 सीटों पर जीत का दावा करती है। विपक्ष के अलावा भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी इस दावे पर सवाल उठाये।