भ्रष्टाचार की वजह से बंद हुई योजना – असीम अरुण समाज कल्याण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण ने बताया कि, अब व्यक्तिगत शादी अनुदान योजना बंद कर दी है। अब सिर्फ मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना ही चलेगी। योजना में भ्रष्टाचार की बढ़ती शिकायतों के कारण ही बंद करने का फैसला लिया गया है। योजना बंद होने के चलते अब संबंधित पोर्टल पर आवेदन करने वालों को कोई लाभ नहीं मिलेगा। सरकार ने इस बार सामूहिक विवाह योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा गरीब बेटियों की शादी कराने के लिए बजट में अच्छा-खास प्रावधान किया था। जबकि व्यक्तिगत शादी अनुदान योजना में बजट नहीं दिया गया।
यह भी पढ़ें – Mausam Vibhag alert : मौसम विभाग का पूरे यूपी में चार दिन झमाझम बारिश का अलर्ट, जानें कब से शुरू होगी बारिश मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना बजट बढ़ाया शादी अनुदान योजना के तहत बजट न दिए जाने पर समाज कल्याण निदेशक राकेश कुमार का कहना है कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को और अच्छे से संचालित करने जा रही है। सरकार ने शादी अनुदान के बजट को भी सामूहिक विवाह योजना में देते हुए अबकी 600 करोड़ रुपए का बजट दिया है जबकि पिछले वर्ष 250 करोड़ रुपए का ही बजट था।
यह भी पढ़ें – GST : इन 14 चीजों पर नहीं लगेगी जीएसटी सरकार ने बताया बचने का राज, जनता खुश मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना क्या है जानें योगी सरकार 1.0 में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना शुरू की थी। इस योजना में प्रत्येक जोड़े पर 51 हजार रुपए खर्च किए जाते हैं। इसमें लड़की के खाते में 35 हजार रुपए जबकि विवाह संस्कार के लिए आवश्यक सामग्री जैसे कपड़े, बिछिया, पायल, बर्तन आदि पर 10 हजार रुपए और प्रत्येक जोड़े के विवाह आयोजन पर छह हजार रुपए खर्च किए जाते हैं। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में किसी भी धर्म, जाति के लोग विवाह के लिए शामिल हो सकते हैं। इस क्रम में अब तक 1085 जोड़ों का विवाह और 2.82 लाख जोड़ों को विवाह का अनुदान दिया जा चुका है।