उत्तराखंड दौरे में अपने पूज्य महंत अवैद्यनाथ महाराज की मूर्ति का लोकार्पण किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘आज पूज्य महंत अवैद्यनाथ महाराज जी की मूर्ति की यहां पर स्थापना का कार्यक्रम संपन्न हुआ है। मेरे लिए ये व्यक्तिगत तौर पर गौरव की बात है कि मैं अपने पूज्य गुरु को उनकी जन्मभूमि पर सम्मान दे पा रहा हूं…।’ ये कहते हुए योगी का गला रुंध गया। आंखों से आंसू बहने लगे। आंसुओं से बोझिल पलके बार-बार झपक रही थीं। गले से आवाज नहीं निकल रही थी। जैसे-तैसे मुख्यमंत्री योगी ने खुद को संभाला।
यह भी पढ़े – मुख्यमंत्री योगी ने मां से मिलने की बताई वजह, उत्तराखंड में रहेगा तीन दिन का प्रोग्राम मां के लिए नहीं पर गुरु के लिए रोए योगी योगी आदित्यनाथ कई वर्षों बाद अपने पैतृक गांव पहुंचकर, मां से मिलकर भी उस तरह भावुक नहीं हुए जैसा गुरु का जिक्र करते हुए भावुक हुए। भरी भीड़ में भी वह खुद को नियंत्रण नहीं कर सके। गुरु अवैद्यनाथ को याद करते हुए गला रुंध गया। हाल ये हुआ कि आंखे बरसने लगी। बोलने को शब्द कम पड़ गए। एक सन्यासी ने गुरु शिष्य के रिश्ते को कुछ ऐसे बयां किया।
अपने गुरु अवैद्यनाथ की प्रतिमा का किया अनावरण
योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड में अपने गृह जिले पौड़ी गढ़वाल में थे। उनकी तरह उनके गुरु अवैद्यनाथ भी पौड़ी गढ़वाल के ही थे। योगी वहां गोरक्षपीठ के बनाए डिग्री कॉलेज पहुंचे और वहां अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया। प्रतिमा के अनावरण के बाद उन्होंने वहां मौजूद लोगों के समूह को संबोधित किया। गुरु शिष्य की बातों को बयां करते हुए भावुक हो गए।
योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड में अपने गृह जिले पौड़ी गढ़वाल में थे। उनकी तरह उनके गुरु अवैद्यनाथ भी पौड़ी गढ़वाल के ही थे। योगी वहां गोरक्षपीठ के बनाए डिग्री कॉलेज पहुंचे और वहां अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया। प्रतिमा के अनावरण के बाद उन्होंने वहां मौजूद लोगों के समूह को संबोधित किया। गुरु शिष्य की बातों को बयां करते हुए भावुक हो गए।
यह भी पढ़े – अगर आपकी भी है शादी तो यहां करे आवेदन, सरकार दे रही 20 से 35 हजार की धनराशि मां से मिलने के बाद कुछ व्यक्त किए भाव योगी आदित्यनाथ ने अपनी मां से मिलने के बाध उस भाव को ट्विटर में आम जनता के सामने व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट में सिर्फ ‘मां’ शब्द लिखकर मानो उन्होंने अपनी समस्त भावनाओं को उड़ेल दिया। अपने बैरागी पुत्र को देखकर बुजुर्ग मां का चेहरा दमक उठा था। योगी ने मां से पूछा पहचाना कि नहीं। साथ ही माला भी पहनाया।