इन चेहरों पर दांव लगा सकती है पार्टी
मंडल के बाद 98 संगठनात्मक जिलों में नए जिलाध्यक्ष बनाए जाएंगे। जिलाध्यक्ष के बाद अवध, काशी, गोरखपुर, कानपुर-बुंदेलखंड, ब्रज और पश्चिम क्षेत्र का चुनाव होगा। सबसे अंत में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा। यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद पर ब्राह्मण या दलित चेहरे पर दांव खेल सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपी में भाजपा की नाराजगी से भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ आरएसएस भी चिंतित है। लोकसभा चुनाव में दलित वोट बैंक भाजपा से सपा को शिफ्ट हुआ। ऐसे में दलित वर्ग को साधने के लिए भाजपा किसी दलित चेहरे को प्रदेश में नेतृत्व सौंप सकती है। यूपी भाजपा में अभी तक कोई दलित प्रदेश अध्यक्ष भी नहीं रहा है। यह भी पढ़ें