मुनव्वर की तबीयत बीते कुछ दिनों से खराब है। बेटी सुमैया ने बताया कि डायलिसिस के दौरान पेट में दर्द था तो डॉक्टर ने एडमिट कर लिया। सीटी स्कैन में गॉल ब्लैडर में समस्या की बात सामने आई। सर्जरी के बाद भी समस्या बनी रही। तबीयत में सुधार नहीं होने की स्थिति में राणा वेंटिलेटर सपॉर्ट सिस्टम पर चले गए हैं। डॉक्टरों की टीम लगातार उनके स्वास्थ्य पर निगरानी बनाए हुए हैं।
पिछले साल भी उनकी तबीयत बिगड़ गई थी जिसके बाद उन्हें लखनऊ के एसजीपीजीआई (SGPGI) में एडमिट कराया गया था। राणा किडनी की परेशानी की वजह से डायलिसिस पर चल रहे हैं।
मुनव्वर राणा प्रसिद्ध शायर और कवि हैं, उर्दू के अलावा हिंदी और अवधी भाषाओं में लिखते हैं। मुनव्वर ने कई अलग शैलियों में अपनी गजलें प्रकाशित की हैं। उनको उर्दू साहित्य के लिए 2014 का साहित्य अकादमी पुरस्कार (Sahitya Akademi Award) और 2012 में शहीद शोध संस्थान द्वारा माटी रतन सम्मान से सम्मानित किया गया था। उन्होंने लगभग एक साल बाद अकादमी पुरस्कार लौटा दिया था। साथ ही बढ़ती असहिष्णुता के कारण कभी भी सरकारी पुरस्कार स्वीकार नहीं करने की कसम खाई थी।