प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद उपभोक्ताओं की बिजली समस्याओं के निदान के लिए सरकार ने इसे वन स्टॉप सॉल्यूशन की तर्ज पर विकसित करने पर जोर दिया है। सरकार के प्रयासों के चलते इस टोल फ्री नंबर के माध्यम से बिजली उपभोक्ताओं की समस्याओं का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जा रहा है।
उपभोक्ताओं की समस्याओं को हल करने में तत्परता से कार्य करें अधिकारी
उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि 1912 टोल फ्री नंबर को और प्रभावी एवं क्रियाशील बनाया जाए। उन्होंने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि टोल फ्री नंबर शीघ्र उठे और उपभोक्ता की समस्या हल होने तक उसके संपर्क में रहे। अध्यक्ष ने कहा है कि इस भयंकर गर्मी में जब पारा 50 के आसपास पहुंच गया है तब प्रदेश में टोल फ्री नंबर 1912 का महत्व अत्यधिक बढ़ गया है। उपभोक्ता अपनी समस्या इस टोल फ्री नंबर पर करते हैं, इसलिये इसमें कार्य करने वाले कार्मिक उपभोक्ताओं की समस्याओं को हल कराने में पूरी तत्परता से कार्य करें। उन्होंने अधिकारियों को भी निर्देशित किया है कि वे 1912 से संपर्क में रहें और प्राप्त सूचनाओं पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित कराएं।
99.72 प्रतिशत शिकायतों का किया गया है समयबद्ध निस्तारण
एक अप्रैल 2017 से टोल फ्री नंबर 1912 पर पूरे प्रदेश से बिल, मीटर, कनेक्शन, विद्युत आपूर्ति, विद्युत चोरी एवं सुझाव आदि संबंधी 1,89,12,690 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें 99.72 प्रतिशत (1,88,59,860) शिकायतों का समयबद्ध निस्तारण किया गया। दक्षिणांचल डिस्कॉम में 32,10,816, मध्यांचल में 83,79,434, पश्चिमांचल में 45,36,535, पूर्वांचल में 27,25,922 तथा केस्को से 59,983 शिकायतें प्राप्त हुई। 1912 पर बिल संबंधी 10,51,466 शिकायतें प्राप्त हुई जिसमें 99.75 शत प्रतिशत शिकायतों का निस्तारण किया गया। इसी तरह, मीटर से संबंधित 20,38,117 शिकायतें प्राप्त हुई जिसमें 20,17,677 का निस्तारण किया गया। पूरे प्रदेश में स्मार्ट मीटर संबंधी 2,34,834 शिकायतें प्राप्त हुई जिसमें 2,34,232 का समयबद्ध निस्तारण किया गया। कनेक्शन संबंधी 4,07,523 शिकायतें प्राप्त हुई जिसमें 4,06,475 शिकायतों का निस्तारण किया गया। इसके अलावा विद्युत आपूर्ति संबंधी 1,31,00,458 शिकायतें प्राप्त हुई जिसमें 1,30,94,391 शिकायतों का निस्तारण किया गया जिसमें ट्रांसफ़ार्मर क्षतिग्रस्त संबंधी 2,03,698 शिकायते प्राप्त हुई जिसमें 2,03,481 शिकायतों का निस्तारण किया गया। चोरी संबंधी 1,41,785 सूचनाएं प्राप्त हुई जिसमें 1,39,526 शिकायतों का निस्तारण किया गया।