उफान पर नदीयां लगातार बारिश के चलते संगमनगरी प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों नदियां पूरे उफान पर हैं। दोनों नदियां बमुश्किल डेंजर लेवल से एक मीटर नीचे बह रही हैं। गंगा और यमुना नदियों के ओवरफ्लो बाढ़ का पानी अब तटीय इलाकों में प्रवेश कर गया है। इसके चलते जाति मोहल्लों में कई मकान डूब गए हैं। लोगों ने पलायन करना शुरू कर दिया है। सैकड़ों लोगों को अब तक विस्थापित कर बाढ़ शिविरों में भेजा गया है। फाफामऊ में गंगा और नैनी में यमुना का जलस्तर काफी बढ़ गया है। जलस्तर बढ़ने से नदियों के किनारे दाह संस्कार करने में लोगों को दिक्कतें आ रही हैं। सड़कों पर ही दाह संस्कार किया जा रहा है। उधर, बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले में भी यमुना और बेतवा नदी खतरे के निशान पर होने से सैकड़ों गांव और हजारों लोगों के आशियाने को रेत की ढेर की तरह मिटाकर बेघर कर दिया है। जिले में यमुना नदी खतरे के निशान के दो मीटर ऊपर बहने से कई गांव अपना वजूद खोने की कगार में पहुंच गये हैं। सैकड़ों घर मिटटी की कटान के साथ नदी में समा गये हैं। सैकड़ों एकड़ फसलों को भी पानी निगल गया है। बाढ़ से परेशान मजबूरी में लोग राठ मार्ग के हाइवे में अस्थाई झोपड़ी बनाकर रहने को मजबूर हैं, जो अब दाने दाने को तरसते दिखाई देने लगे हैं।