गेहूं की कटाई से बचें किसान धान और गेहूं पूर्वांचल की मुख्य फसलें हैं। इस समय किसान तेजी से गेहूं की कटाई में लगे हुए हैं। धान की रोपाई भी शुरू कर दी है। मौसम में परिवर्तन की संभावना को देखते हुए कृषि वैज्ञानिकों ने प्रदेशभर के किसानों के लिए सलाह दी है कि गेहूं कटाई का कार्य मौसम साफ हो जाने तक न करें। किसान कटी हुई फसलों को बांधकर रखे नहीं तो तेज हवा या आंधी से फसल एक खेत से दूसरे खेत में जा सकती है। गहाई के उपरांत भंडारण से पूर्व दानों को अच्छी तरह से सुखा दें। किसान कटाई के बाद फसल अवशेषों को खेत में न जलाएं।
धान रोपाई के लिए विकल्प जरूरी ललितपुर निवासी किसान रामजीत राय और हनुमान गुप्ता, का कहना है कि मौसम में परिवर्तन से धान की रोपाई प्रभावित होती है। वर्तमान में धान की रोपाई नहीं होने पर नर्सरी बर्बाद हो जाएगी। इससे हम किसानों पर आर्थिक बोझ और बढ़ जाएगा। धान की रोपाई के लिए सरकार को विकल्प तलाशना चाहिए ताकि कम से कम मजदूर आ सके।