बुधवार देर रात से ही शुरू हुई झमाझम बारिश गुरुवार को भी पूरे दिन जारी रही। बारिश की वजह से सड़कें तालाब बन गईं। सड़कों पर पानी भरने की वजह से सैकड़ों गाडियां धंस गईं। कई जगह बारिश और तेज हवाओं के चलते पेड़ और बिजली के खम्भे उखड़ गये, जिसके चलते घंटों आवागमन प्रभावित रहा। बिजली की सप्लाई भी बाधित हुई है। कई इलाकों में जलभराव की वजह से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश की वजह से गंगा, यमुना और गोमती सहित कई नदियां उफान पर हैं। मौसम विभाग के निदेशक डॉ. जेपी के गुप्ता के अनुसार, लखनऊ, हमीरपुर, वाराणसी और फतेहपुर सहित यूपी के करीब तीन दर्जन जिलों में अगले 24 घंटों तक बारिश का सिलसिला यूं ही जारी रहेगा। इस दौरान कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान है। तेज हवायें भी चलेंगी। गरज-चमक के साथ बिजली भी गिरने की संभावना है।
पांच गुना ज्यादा बारिश
विदाई से पहले मानसून झूमकर बरस रहा है। बीते 24 घंटों में उत्तर प्रदेश में करीब 5 गुना ज्यादा बारिश हुई है। औसत बारिश का अनुमान 7.6 मिमी था लेकिन यह 33.1 मिमी पहुंच गया। राजधानी लखनऊ में भी रिकॉर्ड बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार रात 12 बजे से लेकर गुरुवार सुबह 9 बजे तक लखनऊ में 109.2 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई है।
विदाई से पहले मानसून झूमकर बरस रहा है। बीते 24 घंटों में उत्तर प्रदेश में करीब 5 गुना ज्यादा बारिश हुई है। औसत बारिश का अनुमान 7.6 मिमी था लेकिन यह 33.1 मिमी पहुंच गया। राजधानी लखनऊ में भी रिकॉर्ड बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार रात 12 बजे से लेकर गुरुवार सुबह 9 बजे तक लखनऊ में 109.2 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई है।
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स्कूलों में ‘रेनी डे’ घोषित
गुरुवार को लगातार हो रही बारिश की वजह से लखनऊ सहित कई जिलों के स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई। अधिकतर स्कूलों में ‘रेनी डे’ घोषित कर स्कूल बंद कर दिए गए। स्कूल जहां खुले भी, आने में बच्चों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
अलर्ट : जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें
मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए लोगों घर से बाहर नहीं निकलने व पुराने मकान मकानों में रह रहे लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। कहा गया है कि बेहद जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकलें। खुले सीवर, बिजली के तार और खंबों से बचें। खासकर वज्रपात के समय खुले आसमान या पेड़ के नीचे बिल्कुल भी न रहें। अगर आप खुले आसमान में हैं और आपके नजदीक कोई सुरक्षित आश्रय नहीं है, तो उकड़ू बन कर बैठ जाएं। आपदा से नुकसान होने पर आर्थिक सहायता के लिए सरकार के फ्री हेल्पलाइन नंबर 1070 पर कॉल करें।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए लोगों घर से बाहर नहीं निकलने व पुराने मकान मकानों में रह रहे लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। कहा गया है कि बेहद जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकलें। खुले सीवर, बिजली के तार और खंबों से बचें। खासकर वज्रपात के समय खुले आसमान या पेड़ के नीचे बिल्कुल भी न रहें। अगर आप खुले आसमान में हैं और आपके नजदीक कोई सुरक्षित आश्रय नहीं है, तो उकड़ू बन कर बैठ जाएं। आपदा से नुकसान होने पर आर्थिक सहायता के लिए सरकार के फ्री हेल्पलाइन नंबर 1070 पर कॉल करें।