पश्चिमी विक्षोभ और मानसून की सक्रियता से बदलेगा मौसम
विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ और मानसून की सक्रियता के कारण लखनऊ और आसपास के जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही, तूफान की भी आशंका है, जो जनजीवन को प्रभावित कर सकता है। इस दौरान बिजली गिरने, पेड़ों के गिरने और जलभराव जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
48 घंटे में बढ़ेगी बारिश की तीव्रता, सतर्क रहने की अपील
लखनऊ के मौसम केंद्र के मुताबिक अगले 48 घंटों के दौरान बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है। तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है, जिससे शहर के निचले इलाकों में जलभराव हो सकता है। प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि वे घरों में रहें और बिना जरूरत के बाहर न निकलें। किसानों और यात्रियों के लिए विशेष सलाह
यात्रियों और स्थानीय निवासियों को विशेष रूप से सतर्क रहने की सलाह दी गई है। किसानों को भी सलाह दी गई है कि वे अपनी फसल को सुरक्षित स्थान पर रखें और बिजली के तारों से दूर रहें।
इस मौसम में बिजली की कटौती, पेड़ गिरने और यातायात में बाधा जैसी घटनाएं भी हो सकती हैं, इसलिए प्रशासन और जनता दोनों को तैयारी में रहना चाहिए। आपातकालीन सेवाएं भी अलर्ट पर हैं और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
इलाकों में असर
मौसम विभाग के अनुसार, लखनऊ मंडल के अलावा आसपास के जिलों में भी तेज बारिश और तूफान का व्यापक असर देखने को मिलेगा। इनमें मुख्य रूप से बाराबंकी, उन्नाव, सीतापुर, रायबरेली, और हरदोई के इलाके शामिल हैं। इन जिलों में भारी बारिश के साथ-साथ तेज हवाओं और बिजली गिरने की संभावना है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है। विशेषकर लखनऊ के गोमती नगर, आलमबाग, चारबाग, अलीगंज, और महानगर जैसे निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन सकती है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी जलभराव और फसल नुकसान की आशंका है। प्रशासन ने इन इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है, और संबंधित अधिकारियों को स्थिति पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया है।