प्रयागराज. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लापरवाही करने के आरोप में 17 पुलिसकर्मियों को एक साथ निलंबित किया गया है। ये पुलिसकर्मी 30 दिन से अधिक समय तक गैर हाजिर थे। इस संबंध में उन्होंने कोई सूचना नहीं दी थी। पुलिसकर्मियों की अनुशासनहीनता और मनमाने रवैए को अत्यंत गंभीरता से लिया गया है। इन सभी पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उनके ख़िलाफ़ कठोरतम विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जिनके खिलाफ कार्रवाई की गई है, उसमें 03 दरोगा, 04 मुख्य आरक्षी और 10 आरक्षी शामिल हैं। इसके साथ ही विभाग की ओर से ये संदशे दिया गया है कि अनुशासनहीनता, अपराधियों से साठ-गांठ, जनता से अभद्रता, भ्रष्टाचार और मनमाना रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यूपीएसआरटीसी शुरू करने जा रहा 146 एसी बसों की सुविधा लखनऊ. गर्मी के मौसम की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में परिवहन निगम ने उन बसों को फिर से शुरू करने वाली है, जो कोरोना काल में लोगों की मदद के लिए चलाई जा रही थीं। कोरोना का कहर खत्म होते ही इन एसी बसों को बंद कर दिया गया था, लेकिन अब 146 एसी बसें फिर से चालू होंगी, जिससे यात्रियों को गर्मी से राहत मिलेगी। पवनहंस, वोल्वो और शताब्दी जैसी स्लीपर बसें लखनऊ से 16 रूटों पर चलेंगी। इनका स्टार्टिंग पॉइंट लखनऊ के कैसरबाग और आलमबाग बस टर्मिनल होंगे। वहीं, गंतव्य गोरखपुर, दिल्ली, वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या, आगरा, मुरादाबाद, बलिया, हरिद्वार और अयोध्या हैं।
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पूर्व सांसद अक्षय प्रताप सिंह को जेल प्रयागराज. जनसत्ता दल लोकतांत्रिक नेता और निवर्तमान एमएलसी व पूर्व सांसद अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल को प्रतापगढ़ की एमपी-एमएलए कोर्ट ने मंगलवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस ने हिरासत में लेकर अक्षय प्रताप को प्रतापगढ़ जिला कारागार पहुंचा दिया। मूल रूप से सुल्तानपुर जनपद निवासी अक्षय प्रताप सिंह ने वर्ष 1997 में रोडवेज बस स्टेशन प्रतापगढ़ के पते पर शस्त्र लाइसेंस लिया था। उसी साल प्रतापगढ़ के तत्कालीन नगर कोतवाल डीपी शुक्ला ने जांच करके फर्जी पते पर शस्त्र लाइसेंस लेने के मामले में अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल के खिलाफ नगर कोतवाली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। विवेचना के बाद अक्षय प्रताप के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। बम धमाके में मूक बधिर लड़की घायल प्रयागराज. प्रयागराज के गंगापार स्थित सरायइनायत थाना क्षेत्र में मंगलवार को हुए बम धमाके में एक किशोरी जख्मी हो गई। थाना क्षेत्र के ककरा दुबावल गांव निवासी राम प्रकाश दुबे का उनके पट्टीदार गणेश दुबे से रास्ते की जमीन को लेकर पुराना विवाद चला आ रहा है। एक पक्ष के राम प्रकाश दुबे ने आरोप लगाया है कि मंगलवार की सुबह घर के बाहर वह 21 वर्षीय मूक बधिर बेटी कविता के साथ बैठा था। इसी दौरान विपक्षी ने बम से हमला कर दिया। जान बचाने के चक्कर में वह भागकर घर में घुस गया लेकिन उसकी बेटी कविता भाग नहीं सकी। कविता बम के धमाके में घायल हो गई। इसकी सूचना पाकर मौके पर पहुंची सराय इनायत थाने की पुलिस ने घायल कविता को उपचार के लिए पहले सीएससी बनी भेजा। वहां से चिकित्सकों ने एसआनएन अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।
‘द कश्मीर फाइल्स’ पर भिड़े एसीपी के गनर और ड्राइवर कानपुर. फिल्म कश्मीर फाइल्स को लेकर एसीपी के गनर और ड्राइवर में विवाद इतना बढ़ गया कि नौबत मारपीट तक आ गई। फिलहाल गनर और ड्राइवर पर कार्रवाई करते हुए दोनों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। दरअसल, गोविन्द नगर सर्किल के एसीपी विकास पांडे के गनर नरेश सिंह और ड्राइवर स्वतंत्र यादव के बीच फिल्म को लेकर विवाद हुआ और मारपीट हुई। इतना ही नहीं गनर नरेश सिंह ने ड्राइवर स्वतंत्र यादव के खिलाफ मारपीट, गाली-गलौज देने की स्वरूप नगर थाने में एफआईआर तक दर्ज करा दी है। स्वरूप नगर के एसीपी ब्रज नारायण सिंह का कहना है कि एसीपी विकास पांडे 13 मार्च को ऑफिसर कॉलोनी में आये थे, बाहर उनकी गाड़ी में ड्राइवर और गनर मौजूद थे, गनर नरेश ने एफआईआर कराई है कि उसी दौरान ड्राइवर स्वतंत्र यादव ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म की बुराई करने लगा, जिसका मैंने विरोध किया तो वह इतना नाराज हुआ कि मुझे मारने लगा।’ एसीपी ब्रज नारायण सिंह के मुताबिक, नरेश ने इसकी एफआईआर कराई है। जो ड्यूटी पर थे इसीलिए दोनों को लाइन हाजिर करके जांच की जा रही है। गनर नरेश सिंह ने 323, 504 और 506 धारा में एफआईआर दर्ज कराई है।