– उत्तर प्रदेश के धर्मांतरण केस की जांच करेगी NIA, खुलेगी केस की हर परत उत्तर प्रदेश के धर्मांतरण केस की जांच अब नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी करेगी।आठ राज्यों में फैले धर्मांतरण केस की जांच यूपी एटीएस ने NIA को सौंप दी है। जांच एजेंसी ने यूपी ATS से धर्मांतरण मामले की पूरी रिपोर्ट मांगी है। एनआईए की 2 यूनिट पूरे केस की जांच में लगाई जा सकती है। धर्मांतरण केस की जांच एनआईए की दिल्ली और यूपी यूनिट करेगी। वहीं रिमांड पर चल रहे मौलाना मोहम्मद उमर गौतम और जहांगीर कासमी से ईडी की टीम पूछताछ करेगी।
– जिला पंचायत के 18 निर्विरोध निर्वाचित अध्यक्षों में BJP के 17, एक पर सपा ने बाजी मारी जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी के 16 निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए हैं। इनके खिलाफ किसी ने भी नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया है। शनिवार को नामांकन दिन में 11 बजे से तीन बजे तक हो रहा था। जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा ने भारी बढ़त ले ली है। कुल 75 जिलों में से जिन 18 जिलों के पंचायत अध्यक्ष का निर्विरोध चुना जाना तय है, उनमें 17 भाजपा के और मात्र एक समाजवादी पार्टी का होगा। अब 29 जून को नाम वापसी के बाद निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा की जाएगी। शनिवार को हुए नामांकन में कुल 164 प्रत्याशियों ने पर्चे भरे। इनमें से छह प्रत्याशियों के नामांकन पत्र जांच में खारिज हो गए। 29 जून को नाम वापसी के बाद बची हुई सीटों पर तीन जुलाई को मतदान होगा।
– जिपं अध्यक्ष चुनाव: BJP की निर्विरोध जीत से गुस्साए अखिलेश, SP के 11 जिलाध्यक्षों की छुट्टी उत्तर प्रदेश जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनावों में भाजपा के हाथों करारी हार झेलने के बाद समाजवादी पार्टी ने अपने 11 जिलाध्यक्षों को तत्काल प्रभाव से पदमुक्त कर दिया है। इन सभी जिलों में भाजपा प्रत्याशी निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया है। बताया जा रहा है कि अखिलेश यादव इन सभी 11 जिलाध्यक्षों से नाराज थे। उनका कहना है कि त्रिस्तरीय पंचाय चुनाव में सपा के अधिक जिला पंचायत सदस्य जीते थे, इसके बावजूद जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में पार्टी को हार कैसे मिली। इस बात से नाराज अखिलेश यादव ने गोरखपुर, मुरादाबाद, झांसी, आगरा, गौतमबुद्ध नगर, मऊ, बलरामपुर, श्रावस्ती, भदोही, गोंडा और ललितपुर के जिलाध्यक्षों को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया है।
– पीतांबर धारण कर कथावाचक बने बिहार के पूर्व DGP गुप्तेश्वर पांडेय, कर रहे श्रीमद् भागवत का पाठ बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक (Director General of Police) गुप्तेश्वर पांडेय (Gupteshwar Pandey) एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार वह अपने नए अवतार के लिए सुर्खियों में हैं। सर्विस के दौरान सख्त और कड़क पुलिस अधिकारी की पहचान रखने वाले गुप्तेश्वर पांडेय वीआरएस लेकर राजनीति में आए। जेडीयू में शामिल तो हुए लेकिन बिहार विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट ही नहीं दिया गया। अब उनका राजनीति से मोहभंग हो चुका है। गुप्तेश्वर पांडे अब कथावाचक की नई भूमिका में नजर आ रहे हैं। उन्होंने पीतांबर धारण कर लिया है। उन्होंने अपनी नई पारी की शुरुआत रामनगरी अयोध्या से की है। हरिदास नगर कॉलोनी स्थित हरी सुदर्शन आश्रम में बिहार के पूर्व डीजीपी ने गीतोक्त संस्था के साथ श्रीमद् भागवत कथा का पाठ किया।
– बेसिक शिक्षा विभाग में 69,000 सहायक अध्यापकों की भर्ती, 6696 रिक्त पदों पर अनंतिम चयन सूची जारी बेसिक शिक्षा विभाग में 69,000 सहायक अध्यापकों की भर्ती की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। विभाग ने सहायक अध्यापक के रिक्त रह गए 6696 पदों पर अभ्यर्थियों का चयन कर अनंतिम चयन सूची जारी कर दी है। सूची बेसिक शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। चयनित अभ्यर्थियों को आवंटित जिले में अभिलेखों का परीक्षण (काउंसिलिंग) 28 व 29 जून को होगा। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव एसपी बघेल ने बताया कि 69,000 सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में पूर्व में 67,867 अभ्यर्थियों के अनंतिम चयन/नियुक्ति की कार्रवाई की गई थी।