देश के किसी भी राज्य में लगाये गये सर्वाधिक टीकों का रिकॉर्ड उत्तर प्रदेश के पास ही है। सोमवार को यूपी में एक दिन में 30 लाख लोगों को कोरोना का टीका लगाने का लक्ष्य रखकर मेगा वैक्सीनेशन अभियान चलाया गया। एक दिन पहले करीब पांच लाख लोगों का टीकाकरण किया गया था। रविवार तक सूबे में करीब आठ करोड़ को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। सोमवार के वैक्सीनेशन अभियान के बाद यह आंकड़ा और बढ़ जाएगा। यह प्रचार और जागरुकता का ही असर है कि मेगा वैक्सीनेशन अभियान में टीका लगवाने के लिए सेंटर्स के बाहर लोगों की लंबी-लंबी कतारें देखी जा रही हैं। गांव हो या शहर बड़ी संख्या में महिलाएं और बुजुर्ग टीका लगवाने पहुंच रहे हैं। इनमें बड़ी संख्या उनकी हैं जिन्हें अब तक स्लॉट नहीं मिला या फिर वह रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाये।
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भले ही सर्वाधिक टीके लगाने का रिकार्ड यूपी के नाम है, लेकिन 25 करोड़ की आबादी को देखते हुए यह संख्या अभी बेहद कम है। अब भी 60 फीसदी से अधिक आबादी बिना वैक्सीनेशन के ही है। हालांकि, इसमें से 18 से 20 फीसदी संख्या बच्चों की है, जिनके लिए अभी कोरोना का टीका नहीं आया है। जबकि, वैज्ञानिकों ने तीसरी लहर में 60 फीसदी बच्चों पर कोरोना संक्रमण का खतरा जताया है। ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार को लगातार कई और मेगा वैक्सीनेशन अभियान चलाने होंगे, ताकि जल्द से जल्द पूरे प्रदेश को वैक्शीनेट कर कोरोना से सुरक्षा प्रदान की जा सके। इसके लिए जरूरी है कि सभी को आसानी से वैक्सीन का स्लॉट मिल सके। जिलों में सीएचसी-पीचएसी पर नियमित और समय से टीकाकरण शुरू हो। शासन-प्रशासन नियमित तौर पर टीकाकरण की मॉनिटरिंग करे। सामाजिक संस्थाओं और सरकार की टीकाकरण के लिए लोगों को और जागरूक किए जाने की भी जरूरत है।