
लखनऊ. उपभोक्ता देवो भवः की कार्य संस्कृति पर काम कर रहे ऊर्जा विभाग ने एक साल में पहली बार 97.62 फीसदी शिकायतों का निस्तारण किया है। हेल्पलाइन पर आयी 4,36,603 शिकायतों में 4,26,213 शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है। यह पहला मौका है जब ऊर्जा विभाग की कार्य संस्कृति उपभोक्ताओं को भी रास आ रही है। उपभोक्ता शिकायतों के निस्तारण के लिए 1912 का उपयोग कर रहे हैं और शिकायतों का समयबद्ध निस्तारण भी पा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में लंबित शिकायतें मात्र 3 फीसदी ही हैं यह राष्ट्रीय औसत 9 फीसदी का एक तिहाई ही है।
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के मुताबिक, समयबद्ध तरीके से शिकायतों के निस्तारण और नियमित निगरानी से ही यह लक्ष्य अर्जित किया जा सका है। हेल्पलाइन पर विद्युत बिलों में गलतियों से सम्बन्धित 73,817 शिकायतें प्राप्त हुई, इनमें 71,982 शिकायतें निस्तारित कर दी गई। दक्षिणान्चल और पश्चिमांचल में 98 फीसदी, मध्यांचल में 97 फीसदी और पूर्वान्चल में 96 फीसदी शिकायतों का निस्तारण समय से किया गया। विद्युत कटौती सम्बन्धी 1,92,893 शिकायतें प्राप्त हुई इनमें 1,91,402 (99 फीसदी) शिकायतें निस्तारित हुई।
पश्चिमांचल और पूर्वांचल में सभी शिकायतें, मध्याचंल में 99 फीसदी और दक्षिणांचल में 98 फीसदी शिकायतों का निस्तारण पाया गया। मार्च में 0.48 फीसदी शिकायतें ही लम्बित हैं। मीटर में खराबी सम्बन्धी 23,756 शिकायतें मिली, इनमें 22,005 शिकायतें निस्तारित कर दी गई। इनमें पश्चिमांचल में 97 फीसदी, दक्षिणांचल में 95 फीसदी, मध्यांचल में 94 फीसदी शिकायतों को निस्तारित किया जा चुका है। ट्रांसफार्मर खराब होने के मामलों में तय समय पर शिकायतों के निस्तारण पर संतोश जाहिर किया। एक वर्श में 1,20,733 मामलों में 1,20,231 (99.58 फीसदी) का निस्तारण कर दिया गया।
उपभोक्ता हितों को ध्यान में रखकर शुरू की गई इस हेल्पलाइन में शिकायतें तभी निस्तारित मानी जाती हैं जब उपभोक्ता की गई कार्रवाई से संतुष्ट हो। इसके साथ ही सभी डिस्कॉम सोशल मीडिया के जरिए भी शिकायतों के निस्तारण पर संजीदा हैं। फेसबुक और ट्विटर के जरिए भी शिकायतों को निस्तारित किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर आ रही प्रतिक्रियाएं इसका उदाहरण हैं।
Published on:
11 May 2018 07:26 pm
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