सिपाहियों के पदोन्नति की सूची तैयार
इलाहाबाद पुलिस हेडक्वार्टर के उच्च अधिकारी के मुताबिक यूपी पुलिस में तमाम पद खाली है। इन्हें प्रमोशन के जरिये भरा जा सकता है। ऐसे में यूपी पुलिस में 1988 से 2009 के बीच भर्ती हुए सिपाहियों की सूची तैयारी कर ली गई है। इस पदोन्नति सूची के प्रस्ताव पर अगर मंजूरी मिल जाती है, तो प्रदेश में करीब 30 हजार सिपाही हेड कांस्टेबल बन जाएंगे।
दागियों को नहीं मिलेगा प्रमोशन
जानकारी के मुताबिक सिपाहियों के प्रमोशन में कैरेक्टर रोल का विशेष ध्यान रखा जाएगा। जिन सिपाहियों का कैरेक्टर रोल अच्छा नहीं उन्हें विभाग फिलहाल प्रमोशन देने के विचार में नहीं है। दागदार छवि वाले सिपाहियों को संभवता इस पदोन्नति प्रक्रिया में खाली हाथ रहना पड़ सकता है।
दारोगा बनने का भी रास्ता होगा साफ
यूपी में ऐसे भी कई सिपाही है, जिन्हें तय वक्त पर प्रमोशन नहीं मिला। इससे वह कई पद नीचे ही रह गए हैं। दरअसल सिपाही से हेड कांस्टेबल पद पर प्रमोशन के लिए सात वर्ष का अनुभव जरुरी है। वहीं हेड कांस्टेबल से दरोगा पद पर पदोन्नति के लिए दस साल का अनुभव होना चाहिए। ऐसे में वर्ष 2009 से पूर्व जिन सिपाहियों का प्रमोशन नहीं हुआ था, उनके हेड कांस्टेबल बनने के बाद दरोगा बनने का रास्ता और भी साफ हो जाएगा।
यूपी पुलिस में खाली पड़े पदों की स्थिति
उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में सिपाहियों के 2,11,996 पद निर्धारित हैं, जबकि वर्तमान में 1,21,493 सिपाही ही मौजूद हैं। हेड कांस्टेबल के 60 हजार पद निर्धारित हैं, जबिक वर्तमान में 25,929 ही तैनात हैं। वहीं 40 हजार दरोगा के निर्धारित पद पर 20,250 पोस्ट हैं। जबकि इंस्पेक्टर के 5 हजार निर्धारित पद पर 2,431 वर्तमान में तैनात है।