मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में वाहनों पर जातिसूचक शब्दों को लेकर सख्त निर्देश दिए हैं। इसके बाद अब परिवहन विभाग और यातायात पुलिस जातिसूचक शब्द लिखे वाहनों पर कार्रवाई करना शुरू कर दिया है। सरकारी आदेश है कि किसी भी वाहन पर जाति और धर्म को दर्शाने वाले शब्द ना लिखे हों। अगर ऐसे वाहन कहीं भी दिखाई देते हैं तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाए।
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साल 2021 में 41 वाहनों का किया गया था चालान
दरअसल, भारत सरकार की ओर से प्रदेश सरकार को साल 2020 में कार्रवाई के लिए पत्र भेजा गया था। इसके बाद दिसंबर 2020 में परिवहन विभाग के अपर परिवहन आयुक्त (प्रशासन) ने प्रवर्तन अधिकारियों के लिए एक आदेश जारी कर कार्रवाई के लिए कहा था। इसी क्रम में लखनऊ आरटीओ की ओर से वर्ष 2021 में 41 वाहनों का चालान किया गया, जिन पर जातिसूचक शब्द लिखे थे। इसके बाद यह कार्रवाई सुस्त हो गई और फिर से जातिसूचक शब्दों का प्रयोग बढ़ गया था। अधिकारी का कहना है कि मोटर वाहन अधिनियम के मुताबिक नंबर प्लेट पर नंबर के अलावा कुछ भी नहीं लिखा जा सकता है। अगर वाहन मालिक ऐसा करते हैं तो फिर चालान की कार्रवाई की जाती है।
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