लखनऊ

आखिर क्यों विवादों में फंस जाती हैं स्वाति सिंह, क्या इस बार कार्रवाई करेंगे सीएम योगी?

– सीएम योगी क्या स्वाति पर करेंगे कोई कार्रवाई- डीजीपी ओपी सिंह की रिपोर्ट पर सबकी नजर-कौन हैं मंत्री स्वाति सिंह-आखिर क्यों फंस जाती हैं विवादों में-योगी सरकार की पहले भी करा चुकी हैं किरकिरी -अब विवादित बिल्डर के पक्ष में सिफारिश की ऑडियो वायरल-सीओ को एफआइआर न लिखने का दे रहीं निर्देश

लखनऊNov 16, 2019 / 04:22 pm

Hariom Dwivedi

अब विवादित बिल्डर के पक्ष में सिफारिश की ऑडियो वायरल

लखनऊ. योगी आदित्यनाथ सरकार में महिला कल्याण राज्यमंत्री हैं स्वाति सिंह। लखनऊ के सरोजनीनगर से पहली बार भाजपा विधायक बनीं स्वाति सिंह पहली बार मंत्री बनी हैं। विधानसभा चुनाव जीतने से पहले स्वाति लखनऊ यूनिवर्सिटी में अतिथि प्रोफेसर थीं। राजनीति से अनजान सीधी और सरल शिक्षिका। एक इत्तेफाक ने स्वाति को नेता बना दिया। एक झटके में वह विधायक और मंत्री भी बन गयीं। इसे संयोग कहें या फिर राजनीति की कम समझ। स्वाति का हर कदम आए दिन उन्हें मुसीबत में डाल देता है।
स्वाति अब एक सीओ को कथित रूप से धमकाने के आरोप में इस समय चर्चा में हैं। एक ऑडियो वायरल हुआ है जिसमें स्वाति कथित रूप से आवास धोखाधड़ी में फंसे अंसल ग्रुप के खिलाफ एफआइआर दर्ज न करने को लेकर सीओ कैंट बीनू सिंह को मना कर रही हैं। उनके बात करने का अंदाज एक तरह से सीओ को धमकाने जैसा है। जिस अंसल बिल्डर को लेकर ये सारा विवाद हुआ है वह पहले से जेल में है। ऑडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वाति को तलब कर लिया। अंदरखाने से खबर है कि मुख्यमंत्री ने 40 मिनट तक उनकी क्लास लगाई। पूरे मामले की जांच के लिए डीजीपी ओपी सिंह को निर्देश दिया और 24 घंटे में लिखित रिपोर्ट भी मांग ली है। अब स्वाति पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। विपक्ष ने मंत्रिमंडल से इस्तीफे की मांग की है। ऐसा पहली बार नहीं है, जब मुख्यमंत्री ने स्वाति की क्लास लगाई। इसके पहले योगी सरकार की मंत्री एक बीयर बार के उद्घाटन मामले में भी फंस चुकी हैं। तब उनकी खूब किरकिरी हुई थी। उन पर अवैध वसूली के भी आरोप लगे।
2017 स्वाति अखबारों की सुर्खियां तब बनीं थीं जब मायावती-दयाशंकर गालीकांड हुआ था। मायावती और बसपा के बयानों से अपने पति के बचाव में उतरीं स्वाति रातों-रात महिला हितों की मुखर आवाज बन गयीं। महिलाओं और जाति विशेष की लड़ाई में वह स्टार बनकर उभरीं। बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि के स्वाति को राजधानी के सरोजनीनगर क्षेत्र से भाजपा का टिकट मिल गया। शिक्षिका से वह विधायक बन गयीं। योगी मंत्रिपरिषद में उन्हें महिला कल्याण विभाग का राज्यमंत्री बनाया गया। मंत्रीपद ग्रहण करने के कुछ दिनों बाद 20 मई 2017 को अपने एक मित्र के बीयर बार का उद्घाटन कर वह विवादों में घिर गईं। कार्यक्रम में उनके पति और भाजपा के बड़े नेता दयाशंकर सिंह मुख्य अतिथि थे। तब स्वाति ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा था उन्होंने केवल एक रेस्टोरेंट का उद्घाटन किया है। उन्हें जानबूझकर बदनाम किया जा रहा है।
अब सोशल मीडिया पर जो ऑडियो वायरल हो रहा है उसमें वह अंसल ग्रुप के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने पर सीओ कैंट को कथित रूप से धमका रही हैं। सीओ को एफआइआर खत्म करने की हिदायत दे रही हैं। डीजीपी ने लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी से वायरल ऑडियो से संबंधित पूरी रिपोर्ट मांगी है। वायरल आ़डियो स्वाति सिंह का है या नहीं। इस संबंध में स्वाति की तरफ से अभी तक कोई बयान नहीं आया है। उनसे जब बात करने की कोशिश की गयी तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। फिलहाल, पुलिस जांच के बाद ही सचाई का पता चलेगा। फिलहाल, एक बार फिर स्वाति मुसीबत में तो फंस ही चुकी हैं।
आप भी जान लीजिए, क्या है इस कथित ऑडियो में…
मंत्री- सीओ साहब, क्या आपने अंसल पर कोई एफआईआर लिखी है?
सीओ- हां, एक एफआईआर लिखी है।
मंत्री- क्यों लिखा आपने? क्या आपको पता नहीं है कि ऊपर से आदेश है कि कोई एफआईआर लिखा नहीं जाएगा. सारे फर्जी एफआईआर लिखे जा रहे हैं उसके ऊपर।
सीओ- वो तो जांच कर के एफआईआर लिखी गई है।
मंत्री- कौन सी जांच हो गई भाई? इतना हाईप्रोफाइल केस है. जांच चल रही है, सीएम साहब तक के संज्ञान में ये चीजें हैं. आपने कौन सी जांच कर दी, चार दिन हुआ आपको आए हुए?
सीओ- पहले की एप्लीकेशन है न, 5-6 महीने पहले की।
मंत्री- अरे फर्जी है ये सब, खत्म कीजिए इसको. एक दिन आकर बैठ लीजिएगा, अगर यहां पर काम करना है तो. ठीक है. मैं गलत काम नहीं बोलती हूं. पता कर लीजिएगा।
सीओ- ठीक है।

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