डीजीपी मुख्यालय के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, 1 जनवरी से गैंगस्टर एक्ट के तहत 2,703 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसके बाद 8,906 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 445 सूचीबद्ध अपराधियों की संपत्ति जब्त की गई, जिसमें मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, खान मुबारक व सुंदर भाटी गिरोह के सदस्यों की संपत्तियां भी शामिल रहीं। मुख्तार अंसारी और उनके सहयोगियों की 75 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई व अतीक अहमद की 50 करोड़ रुपये की संपत्ति या तो जब्त कर ली गई या फिर उनपर बुलडोजर चला।
सुंदर भाटी गिरोह के सक्रिय सदस्य निजामुद्दीन उर्फ निजाम, सत्यवीर बंसल और बृजेश मावी की 25 करोड़ रुपये की संपत्ति को पुलिस कमिश्नरेट ने गौतम बुद्ध नगर में गैंगस्टर एक्ट के तहत अटैच किया था। वहीं 18 आपराधिक मामले के साथ सीतापुर के गैंगस्टर रमन साहनी से जुड़ीं 6 करोड़ रुपये की संपत्ति, जब्त की गई थी। इसी प्रकार अंबेडकरनगर के गैंगस्टर खान मुबारक की 7 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जिला प्रशासन और पुलिस ने जब्त कर ली। मुबारक के खिलाफ राज्य के कई जिलों में 35 मामले दर्ज हैं। उनके सहयोगी के करीब एक दर्जन शस्त्र लाइसेंस भी जब्त किए गए हैं। पिछले माह ही देवरिया के जिला पंचायत अध्यक्ष रामप्रवेश यादव, जिसे चार मामलों में बुक किया गया था, की 16 करोड़ रुपये की संपत्ति को प्रशासन द्वारा जब्त किया गया था।