scriptयूपी के शराब कारोबारियों ने कहा- हम हो जाएंगे बर्बाद, खोलें दुकान, हर रोज हो रहा 100 करोड़ का नुकसान | UP Liquor Welfare Association write letter to CM Yogi Adityanath | Patrika News
लखनऊ

यूपी के शराब कारोबारियों ने कहा- हम हो जाएंगे बर्बाद, खोलें दुकान, हर रोज हो रहा 100 करोड़ का नुकसान

UP Liquor Welfare Association letter to CM Yogi Adityanath: सीएम योगी आदित्यनाथ को यूपी शराब कारोबारियों ने चिट्ठी लिखी है। दुकानें खोलने की मांग करते हुए शराब कारोबारियों ने तर्क दिया है कि शराब की दुकानें नहीं खुलने से तमाम लोग बेरोजगार हो रहे हैं। जबकि रोजाना सौ करोड़ रुपये के राजस्व का भी नुकसान हो रहा है।

लखनऊMay 10, 2021 / 03:06 pm

नितिन श्रीवास्तव

liquor.jpg

Liquor shops

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के शराब विक्रेता वेलफेयर एसोसिएशन (UP Liquor Welfare Association) ने मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को चिट्ठी लिखी है। शराब विक्रेता वेलफेयर एसोसिएशन सीएम योगी से शराब की दुकानें खोलने की अनुमति देने की मांग की है। इन कारोबारियों का कहना है कि शराब की दुकानें नहीं खुलने से तमाम लोग बेरोजगार हो रहे हैं। जबकि रोजाना सौ करोड़ रुपये के राजस्व का भी नुकसान हो रहा है। जबकि शराब की दुकानें बंद करने का शासन द्वारा शासनादेश में कोई उल्लेख नहीं किया गया है और न ही आबकारी विभाग के अधिकारियों द्वारा ही लाइसेंस धारकों को दुकान बंद करने का कोई आदेश दिया गया है।
शराब की दुकानें खोलने की मांग

शराब विक्रेता वेलफेयर एसोसिएशन के महामंत्री कन्हैया लाल मौर्या का कहना है कि उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के पहले से करोना महामारी के चलते घोषित कर्फ्यू की वजह से शराब की दुकानें बंद है। जबकि शराब की दुकानें बंद करने का शासन द्वारा शासनादेश में कोई उल्लेख नहीं किया गया है और न ही आबकारी विभाग के अधिकारियों द्वारा ही लाइसेंस धारकों को दुकान बंद करने का कोई आदेश दिया गया है। इससे शराब लाइसेंस धारकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। पूरे प्रदेश के शराब कारोबारी अपनी शराब की दुकानें खोलने की मांग प्रदेश सरकार से कर रहे हैं।
पांचवीं बार बढ़ा कोरोना कर्फ्यू

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते हालांकि संपूर्ण लॉकडाउन का फैसला अभी सरकार ने नहीं किया है, लेकिन संक्रमण की चैन को तोड़ने के लिए सरकार धीरे-धीरे कदम उसी दिशा में बढ़ा रही है। पंचायत चुनाव के बाद गांवों में तेजी से फैल रहे संक्रमण और 14 मई को ईद के त्योहार को देखते हुए यूपी की योगी सरकार ने फिलहाल कोई भी खतरा मोल न लेते हुए लॉकडाउन को एक हफ्ते के लिए फिर बढ़ाने का फैसला लिया है। 29 अप्रैल को शनिवार-रविवार की साप्ताहिक बंदी से इसकी शुरुआत हुई। फिर इसे चार मई, छह मई और दस मई यानी सोमवार तक बढ़ाया गया। अब योगी सरकार ने फिर से कोरोना कर्फ्यू 17 मई सुबह सात बजे तक बढ़ा दिया है। प्रदेश में पांचवीं बार कोरोना कर्फ्यू को विस्तार दिया गया है।
10-40 रुपये महंगी हो गई शराब, लगा कोविड सेस

उत्तर प्रदेश में शराब महंगी भी हो गई है। योगी सरकार ने आबकारी नीति 2021-22 में संशोधन करते हुए शराब पर कोविड सेस लगाने का फैसला किया है। ये सेस प्रदेश में लागू भी हो गया है। यूपी सरकार ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर से लड़ाई के लिए राजस्व बढ़ाने के मकसद से ये सेस लगाया है। कोविड सेस लगने के बाद शराब की कीमतें 10-40 रुपये तक बढ़ गई हैं। आबकारी नीति 2021-22 में संशोधन करते हुए शासन ने रेगुलर कैटेगरी की शराब पर 10 रुपये प्रति 90 एमएल पर विशेष अतिरिक्त प्रतिफल शुल्क लगाया है। इसी तरह प्रीमियम कैटेगरी की शराब पर भी प्रति 90 एमएल पर 10 रुपये, सुपर प्रीमियर पर प्रति 90 एमएल पर 20 रुपये, स्कॉच पर प्रति 90 एमएल पर 30 रुपये और इंपोर्टेड शराब पर भी प्रति 90 एमएल 40 रुपये अतिरिक्त प्रतिफल शुल्क लगाया गया है। आपको बता दें कि 1 अप्रैल को लागू नई आबकारी नीति के बाद भी यूपी में अंग्रेजी शराब 15 से 20 परसेंट तक महंगी हुई थी। जबकि बीयर की कीमतों में 10 से 20 रुपये की कमी आई थी। यानी सिर्फ दो महीनों में ही शराब की कीमतों में जबरदस्त इजाफा हो चुका है।

Hindi News / Lucknow / यूपी के शराब कारोबारियों ने कहा- हम हो जाएंगे बर्बाद, खोलें दुकान, हर रोज हो रहा 100 करोड़ का नुकसान

ट्रेंडिंग वीडियो